Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jun, 2019 04:43 PM
इनकम टैक्स विभाग ने चालू वित्त वर्ष (2019-20) में 64,700 करोड़ रुपए रिफंड किया है। वहीं 2018-19 वित्त वर्ष में 1.61 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का अमाउंट रिलीज किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्लीः इनकम टैक्स विभाग ने चालू वित्त वर्ष (2019-20) में 64,700 करोड़ रुपए रिफंड किया है। वहीं 2018-19 वित्त वर्ष में 1.61 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का अमाउंट रिलीज किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को यह जानकारी दी। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 (फाइनैंशल इयर 2017-18) के लिए 6.49 करोड़ से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक रिटर्न हुए। असेसमेंट इयर 2017-18 में हुए 5.47 करोड़ रिटर्न की तुलना में यह 18.65 फीसदी ज्यादा है।
सीतारमन ने कहा, 'सरकार ने छोटे टैक्सपेयर्स समेत सभी टैक्सपेयर्स के लिए रिफंड करने के मुद्दे को प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा है। अब 0.5 प्रतिशत से भी कम इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) को स्क्रूटिनी के लिए चुना जाता है। अधिकतर आईटीआर को शीघ्रता से प्रोसेस कर रिफंड जारी कर दिया जाता है।' उन्होंने आगे कहा कि टेक्नॉलजी के बढ़ते इस्तेमाल के चलते अब आईटीआर की प्रक्रिया में लगने वाला समय लगातार कम हो रहा है।
मौजूदा वित्त वर्ष में 18 जून, 2019 तक 64,700 करोड़ रुपये का रिफंड अमाउंट पहले ही जारी कर दिया गया है। वहीं वित्त वर्ष 2018-19 में कुल 1.61 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का रिफंड जारी किया गया। सीतारमण ने आगे बताया कि 2018-19 में टैक्सपेयर्स को 26.9 करोड़ एसएमएस और ईमेल भेजे गए ताकि उन्हें समय पर आईटीआर फाइल करने की याद दिलाई जा सके।
वित्त मंत्री ने कहा कि जनवरी, 2019 में सरकार ने समय पर रिटर्न प्रोसेस करने के लिए आईटी डिपार्टमेंट के इंटीग्रेटेड ई-फाइलिंग और सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर (CPC) 2.0 प्रोजेक्ट को अप्रूव किया था। इस प्रोजेक्ट में आईटी डिपार्टमेंट द्वारा आईटीआर को प्री-फाइलिंग करना शामिल है ताकि रिटर्न में दी गई जानकारी की सटीकता में सुधार हो सके। इससे रिटर्न प्रोसेस होने में लगने वाला समय बहुत कम हो जाता है और रिफंड जारी होता है।