Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Apr, 2019 11:14 PM
नकदी की कमी से संकट से जूझ रही जेट एय़रवेज ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन सोमवार तक के लिए निलंबित कर दिया है। वहीं, स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह द्वारा हिस्सेदारी की बिक्री के लिए आमंत्रित बोली की
मुंबईः प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज की स्थिति पर विचार विमर्श के लिए तत्काल जरूरी बैठक बुलाई है। जेट एयरवेज गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है। सूत्रों ने बताया कि नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने विभाग के सचिव से जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा को कहा था उसके बाद यह बैठक बुलाई गई।
संकटग्रस्त जेट एयरवेज गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है और उसने अपनी कई उड़ानों को खड़ा कर दिया तथा सोमवार तक के लिये अंतरराष्ट्रीय परिचालन भी रोक दिया है। एयरलाइन ने शेयर बाजारों को सूचित किया था कि पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों को भुगतान नहीं कर पाने की वजह से उसे अपने दस और विमानों को खड़ा करना पड़ा है।
एयरलाइन सूत्रों ने कहा, ‘‘नकदी की बहुत अधिक कमी के कारण जेट ने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को निलंबित रखने के फैसले को सोमवार तक बढ़ाने का फैसला किया है।‘‘ जेट अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में विमान सेवाएं देने वाली सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन रही है। उसके अंतरराष्ट्रीय परिचालन का एम्सटर्डम मुख्य केन्द्र रहा है। मंगलवार को पट्ट किराया का भुगतान नहीं होने के कारण एक एजेंट ने एम्सटर्डम में जेट का विमान अपने कब्जे में ले लिया। इसकी वजह से उस दिन जेट की एम्सटर्डम- मुबई उड़ान निरस्त हो गई और भी कई उड़ानें रद्द की गई।