Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Apr, 2019 11:21 AM
26 साल पुरानी जेट एयरवेज के लिए सोमवार का दिन बहुत अहम होगा। आज इस बात का फैसला हो सकता है कि संकटग्रस्त एयरलाइन पर ताला लटक जाएगा या फिर उड़ानें जारी रहेंगी।
बिजनेस डेस्क (अनिल सलवान): 26 साल पुरानी जेट एयरवेज के लिए सोमवार का दिन बहुत अहम होगा। आज इस बात का फैसला हो सकता है कि संकटग्रस्त एयरलाइन पर ताला लटक जाएगा या फिर उड़ानें जारी रहेंगी। कम्पनी के प्रबंधक 1,500 करोड़ रुपए के निवेश की अपील और नए प्लान को लेकर कर्जदाताओं से मुलाकात करेंगे। यदि कर्जदाता फंड देने से इंकार या इसमें देरी करते हैं तो इसका मतलब होगा कि जेट के सभी विमान जमीन पर ही रहेंगे।
इसके अलावा सोमवार को ही जेट के पायलट और कर्मचारी कम्पनी के मुम्बई स्थित मुख्यालय में जुटेंगे और भविष्य को लेकर फैसला करेंगे। रविवार शाम सूत्रों ने बताया कि पायलट यूनियन नैशनल एविएटर्स गिल्ड (एन.ए.जी.) के सदस्य सोमवार 10 बजे से विमान नहीं उड़ाएंगे। हालांकि विमानन कम्पनी के केवल 5 विमान ही अब संचालन में हैं। हड़ताल का अब कम्पनी पर कोई वास्तविक असर नहीं होगा। वहीं एन.ए.जी. ने इस बात का खंडन किया है कि यूनियन ने अभी तक इस संबंध में कोई भी निर्देश जारी नहीं किया है और न ही कोई प्रस्ताव पारित किया है कि वेतन न मिलने के कारण पायलट उड़ान भरेंगे या नहीं।
एन.ए.जी. ने पायलट से सिरोया सैंटर (जेट मुख्यालय) में सुबह 10 बजे फुल यूनीफॉर्म में जुटने की अपील की है। वहीं कल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इस बात की भी घोषणा करेगा कि जेट एयरवेज में हिस्सेदारी खरीदने के लिए कितनी इकाइयों ने इच्छा जाहिर की है। इसके बाद 30 अप्रैल तक बोली लगाई जाएगी।
मुम्बई और गुवाहाटी सेवा 5 मई तक स्थगित, यात्री परेशान
जेट एयरवेज कम्पनी के संकट का असर देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर भी दिखाई देने लगा है। जेट एयरवेज कम्पनी ने देहरादून एयरपोर्ट पर मुम्बई और गुवाहाटी की हवाई सेवा 5 मई तक के लिए स्थगित कर दी है। फ्लाइट स्थगित होने से हवाई यात्रियों को परेशानी से दो चार होना पड़ा। गत दिवस मुम्बई और गुवाहाटी जाने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे कई हवाई यात्रियों को वापस लौटने और दूसरे माध्यमों से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मौजूदा समय में देहरादून से सिर्फ जेट एयरवेज ही मुम्बई के लिए अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
राज्य के पर्यटन और तीर्थाटन के लिए आने वाले लोगों को हवाई सेवा उपलब्ध नहीं होने से आगे भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। यदि ऐसा ही रहा तो दिल्ली जैसे शहरों की उड़ानों पर भी असर पडऩा स्वाभाविक है। विमानन कम्पनी के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली की उड़ानें अभी सामान्य हैं।