Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Apr, 2020 03:46 PM
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी (एलआईसी) के परफॉर्मेंस में काफी सुधार हुआ है। बीते वित्त वर्ष यानी 2019-20 के दौरान एलआईसी के पहले साल का नया बीमा प्रीमियम 25.2 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इस मामले में कुल मिलाकर 11.64...
नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी (एलआईसी) के परफॉर्मेंस में काफी सुधार हुआ है। बीते वित्त वर्ष यानी 2019-20 के दौरान एलआईसी के पहले साल का नया बीमा प्रीमियम 25.2 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इस मामले में कुल मिलाकर 11.64 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है।
कोरोना का दिखा असर
वित्त वर्ष में मार्च महीने के आखिरी 15 दिन बीमा कंपनियों के लिए कारोबार के लिहाज से काफी अहम होते हैं लेकिन पिछले वित्त वर्ष में इस दौरान कोविड- 19 महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से बीमा कंपनियों को झटका लगा। इससे एलआईसी भी अछूता नहीं रहा। पॉलिसी की संख्या के हिसाब से बाजार में एलआईसी की हिस्सेदारी 1.19 प्रतिशत बढ़कर 75.90 प्रतिशत रही जबकि पहले साल की प्रीमियम राशि के हिसाब से एलआईसी की हिस्सेदारी 2.50 प्रतिशत बढ़कर 68.74 प्रतिशत पर पहुंच गई।
एलआईसी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि जहां तक नई पॉलिसी बेचने की बात है वित्त वर्ष 2019-20 में उसने पिछले छह साल में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। इस दौरान उसने 2.19 करोड़ बीमा पॉलिसी बेचीं और इन पर उसकी पहले साल की प्रीमियम आय बढ़कर 51,227 करोड़ रुपए रही।
बनाया नया रिकॉर्ड
वित्त वर्ष के दौरान एलआईसी ने पिछले छह साल के दौरान सबसे अधिक पॉलिसी होने का भी दावा किया है। कंपनी ने कहा है कि उसके पेंशन और समूह योजनाओं के वर्ग में 2019-20 के दौरान एक लाख करोड़ रुपए का प्रीमियम जुटाने के साथ नया रिकार्ड बनाया है।
एलआईसी ने समूह योजनाओं के तहत वर्ष के दौरान कुल 1,26,749 करोड़ रुपए का नया प्रीमियम जुटाया जबकि इससे पिछले साल इसके तहत 91,179 करोड़ रुपए का प्रीमियम जुटाया गया था। इस वर्ग में कंपनी का बाजार हिस्सा 78 प्रतिशत से बढ़कर 80.54 प्रतिशत हो गया।