Edited By rajesh kumar,Updated: 23 Oct, 2020 04:17 PM
भारतीय मनोरंजन और मीडिया उद्योग 2024 तक सलाना 10.1 फीसदी की दर से बढ़ सकता है। प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (PwC) द्वारा तयार की गई रिपोर्ट में बताया गया कि यह उद्योग 2024 तक 55 अरब डॉलर तक हो जाएगा।
नई दिल्ली: भारतीय मनोरंजन और मीडिया उद्योग 2024 तक सलाना 10.1 फीसदी की दर से बढ़ सकता है। प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (PwC) द्वारा तयार की गई रिपोर्ट में बताया गया कि यह उद्योग 2024 तक 55 अरब डॉलर तक हो जाएगा।
ओटीटी वीडियो में वद्धि
उम्मीद है कि भारत में ओटीटी वीडियो में सबसे ज्यादा वद्धि होगी और 2024 तक इसके 5.2 फीसदी तक पहुंच सकता है। इंटरनेट एडवरटाइजमेंट में भारी वृद्धि हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार भारत एडमिशन के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बना रहेगा। यह भी कहा कि विश्व स्तर पर, डिजिटल राजस्व का 2020 तक कुल मनोरंजन और मीडिया राजस्व में 60 फीसदी का योगदान होने की उम्मीद थी।
डिजिटल व्यवधान की ओर रुख
कोविड-19 महामारी के दौरान उपभोक्ताओं का सुझान डिजिटल व्यवधान की ओर बढ़ा है। पीडब्ल्यूसी इंडिया मनोरंजन और मीडिया के पार्टनर और लीडर राजीव बासु ने बताया कि, 'हमारे शोध से पता चलता है कि शुद्ध उपभोक्ता राजस्व के मामले में भारत दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ता मनोरंजन और मीडिया बाजार है।' साथ ही PwC आउटलुक ने यह भी कहा कि कंपनियों को डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर रिलेशन बनाना चाहिए, प्रतिस्पर्धा के लिए पर्याप्त स्केल की पेशकश करनी चाहिए और सही तकनीकों का उपयोग करके अधिक से अधिक मूल्य अनलॉक करना चाहिए।
2024 में भारत छठा सबसे बड़ा बाजार
कोविड-19 महामारी के बाद ओटीटी वीडियो सेगमेंट में दुनिया के किसी भी बाजार में भारत सबसे अधिक क्षमता रखता है। भारत की विकास दर जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया के कुल ओटीटी वीडियो राजस्व के पार जा सकती है। साल 2024 में यह छठा सबसे बड़ा बाजार बन सकता है।