Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 May, 2020 02:10 PM
कोरोना संकट के बीच सोने की कीमतों में तेजी का दौर जारी है। सोने की बढ़ती कीमतों के बीच मोदी सरकार सस्ते में सोना खरीदने का अवसर दे रही है। सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2020-21 के
बिजनेस डेस्कः कोरोना संकट के बीच सोने की कीमतों में तेजी का दौर जारी है। सोने की बढ़ती कीमतों के बीच मोदी सरकार सस्ते में सोना खरीदने का अवसर दे रही है। सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2020-21 के अगले चरण की कीमत 4,590 रुपए प्रति ग्राम तय की है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 की सीरीज-2 सब्सक्रिप्शन के लिए 11 मई 2020 से 15 मई 2020 तक खुली रहेगी। इसके पहले सीरीज का इश्यू प्राइस 4,639 रुपए प्रति ग्राम था। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का पहला इश्यू 20 अप्रैल से 24 अप्रैल 2020 तक खुला था। आपको बता दें कि घरेलू सर्राफा बाजार लॉकडाउन की वजह से बंद है लेकिन फ्यूचर में सोने की कीमतें 50 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के करीब पहुंच गई है।
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कितना खरीद सकते हैं सोना
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के निवेश करने वाला व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं। स्कीम के तहत निवेश पर 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा।
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आरबीआई ने अपने इस बयान में कहा है कि गोल्ड बॉन्ड की इश्यू प्राइस 4590 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है लेकिन गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन और पेमेंट करने वालों को प्रति ग्राम 50 रुपए की छूट मिलेगी। अगर आप डिजिटल मोड में पेमेंट करते हैं तो 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट मिलेगी। छूट के साथ बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,540 रुपए प्रति ग्राम होगा। इस स्कीम के तहत सबसे छोटा बॉन्ड 1 ग्राम के सोने के बराबर होगा।
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कोई भी व्यक्ति या HUF एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 4 किलो ग्राम सोने का बाॉन्ड खरीद सकता है। कुल मिलाकर व्यक्तिगत तौर पर बॉन्ड खरीदने की सीमा 4 किलो है वहीं ट्रस्ट या संगठन के लिए 20 किलोग्राम तय की गई है।
कैसे करें गोल्ड बॉन्ड में निवेश
गोल्ड बॉन्ड की बिक्री बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए होती है। इस स्कीम का मकसद सोने की फिजिकल डिमांड को कम करना है।