Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Oct, 2020 06:59 PM
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने शुक्रवार को कहा कि उसने स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण के तहत 3.29 करोड़ घरों में शौचालयों निर्माण के लिये अब तक 12,298 करोड़ रुपये वितरित किये हैं।
मुंबई: राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने शुक्रवार को कहा कि उसने स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण के तहत 3.29 करोड़ घरों में शौचालयों निर्माण के लिये अब तक 12,298 करोड़ रुपये वितरित किये हैं। महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर नाबार्ड ने देशव्यापी स्वच्छता को लेकर साक्षरता अभियान भी शुरू किया।
नाबार्ड की विज्ञप्ति के अनुसार यह अभियान 26 जनवरी, 2021 तक चलेगा। इसका मकसद गांवों में रहने वाले लोगों को साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर अच्छी गतिविधियों के बारे में जागरूक किया जाएगा। संस्थान ने कहा कि अभियान के तहत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (एसबीएम-जी), जल, स्वच्छता और बेहतर स्वास्थ्य (वाश) कार्यक्रम को समर्थन मिलेगा। इसका मकसद कोविड-19 महामारी को देखते हुए ग्रामीण समुदाय के कमजोर तबकों को बेहतर स्वच्छ सुविधाओं की पहुंच उपलब्ध कराना है।
नाबार्ड चेयरमैन जी आर चिंताला ने कहा कोविउ-19 महामारी ने साफ पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी ढांचागत सुविधा की जरूरत को रेखांकित किया। इसे स्वच्छ भारत मिशन का महत्व बढ़ा है। इस अभियान के तहत नाबार्ड करीब 2,000 गांवों को शामिल करेगा और स्वच्छता के संबंध में लोगों की जरूरतों का पता लगाएगा। इसके आधार पर ऋण सुविधा दी जाएगी। यह कर्ज सुविधा मुख्य रूप से घरों में शौचालयों के निर्माण के लिये होगी। नाबार्ड ने सरकार के साफ-सफाई और स्वच्दता (वाश) कार्यक्रम के लिये विशेष पुनर्वित्त सुविधा की घोषणा की। इसके लिये वित्त वर्ष 2020-21 में 800 करोड़ रुपये निर्धारित किये गये हैं।