Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 May, 2024 05:26 PM
इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उभार, टेक इंडस्ट्री पर इसके असर और एआई की वजह से नौकरियों पर बने खतरे को लेकर अपनी राय रखी है। नारायण मूर्ति ने कहा कि दुनिया की सबसे ताकतवर चीज इंसान का दिमाग है। पहले भी कई बार...
बिजनेस डेस्कः इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उभार, टेक इंडस्ट्री पर इसके असर और एआई की वजह से नौकरियों पर बने खतरे को लेकर अपनी राय रखी है। नारायण मूर्ति ने कहा कि दुनिया की सबसे ताकतवर चीज इंसान का दिमाग है। पहले भी कई बार तकनीक को इंसान के लिए खतरा बताया गया है। मगर, ऐसा कुछ नहीं हुआ।
भगवान ने इंसान को बुद्धि जैसी ताकतवर चीज दी
नारायण मूर्ति ने एक इंटरव्यू में कहा कि भगवान ने इंसान को बुद्धि दी है। यह बहुत ताकतवर चीज है। उन्होंने कहा कि 1975 में कहा जाने लगा था कि केस टूल्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की नौकरियां खा जाएगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ। इंसानों ने और बड़ी एवं कठिन समस्याओं को चुनौती के रूप में स्वीकारा। इन समस्याओं का समाधान केस टूल्स के पास नहीं था। आगे भी ऐसा ही होगा।
AI के खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा
उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए एआई को बढ़ा-चढ़ाकर खतरा बताया जा रहा है। चर्चा यह नहीं होनी चाहिए कि एआई नौकरियों की जगह ले रही है। हमें इस बारे में सोचना चाहिए कि कैसे एआई को इंसानों की मदद के लिए इस्तेमाल किया जाए। हमें एआई का स्वागत करना चाहिए और उसे अपनी मदद के एक टूल के तौर पर प्रयोग में लाना चाहिए। नारायण मूर्ति ने कहा कि हम स्मार्ट हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हम एआई को अपना मददगार बनाने में सक्षम होंगे।
इंसान ने तकनीक को पैदा कियाः नारायण
नारायण मूर्ति इससे पहले भी एआई को खतरा मानने से इंकार कर चुके हैं। कुछ महीनों पहले उन्होंने कहा था कि एआई से नौकरियां नहीं जाएंगी। इंसानों का दिमाग तकनीक से आगे हैं। यह तकनीक भी तो आखिरकार इंसानों के दिमाग की उपज है।