Edited By Supreet Kaur,Updated: 31 Dec, 2019 12:01 PM
हवाई अड्डों पर सुरक्षा पुख्ता करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाते हुए नागर विमानन मंत्रालय ने वहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक आधारित एंट्री पास जारी करने की आज शुरुआत की है। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी शुरुआत की।
नई दिल्लीः हवाई अड्डों पर सुरक्षा पुख्ता करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाते हुए नागर विमानन मंत्रालय ने वहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक आधारित एंट्री पास जारी करने की आज शुरुआत की है। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि इससे सुरक्षा में मानवीय चूक की संभावना समाप्त हो जाएगी। कर्मचारियों को चिप आधारित स्मार्ट एंट्री पास दिया जाएगा जिसमें उनके बायोमेट्रिक विवरण होंगे। एक कार्ड की लागत 225 रुपए होगी। नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि 2020 के अंत तक बायोमेट्रिक पास जारी करने का काम पूरा कर लिया जायेगा।
देश के सभी हवाई अड्डे पर काम करने वाले तीन लाख कर्मचारियों को नए कार्ड जारी किए जाएंगे। इससे कर्मचारियों के प्रवेश के दौरान लगने वाला समय आधा हो जाएगा। साथ ही एंट्री पास की अवधि एक साल से बढ़ाकर तीन साल की गई है। इससे किसी कर्मचारी को प्रतिबंधित करने की स्थिति में उसका प्रवेश रोकना भी आसान होगा। पूरी ने नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के काम के डिजिटल करण के लिए ई बीसीएएस की भी शुरुआत की। इससे ब्यूरो के अधिक से अधिक काम का डिजिटलकरण हो सकेगा। आरम्भिक चरण में कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की योजना है। कार्यक्रम में बीसीएएस के महानिदेशक राकेश अस्थाना भी मौजूद थे।