Edited By Isha,Updated: 24 Nov, 2018 11:03 AM
सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल इंडिया लिमिटेड निवेशकों से अपने 5.04 प्रतिशत शेयरों की वापस खरीद करेगी। इसमें कंपनी 1,085 करोड़ रुपए से कुछ अधिक राशि खर्च करेगी। सरकार की ओर से बेहतर कारोबार और मुनाफा कमाने वाली कंपनियों पर इसके लिए जोर दिया
नई दिल्ली: सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल इंडिया लिमिटेड निवेशकों से अपने 5.04 प्रतिशत शेयरों की वापस खरीद करेगी। इसमें कंपनी 1,085 करोड़ रुपए से कुछ अधिक राशि खर्च करेगी। सरकार की ओर से बेहतर कारोबार और मुनाफा कमाने वाली कंपनियों पर इसके लिए जोर दिया गया है। ऐसी कंपनियों से कहा गया है कि अपनी अधिशेष राशि को देखते हुए कंपनियां अधिक लाभांश देकर सरकारी खजाने में योगदान करें अथवा जारी किए गए शेयरों की वापस खरीद की योजना पर अमल करें।
कंपनी ने नियामक को दी गई जानकारी में कहा है कि उसके निदेशक मंडल ने शेयरों की पुनर्खरीद को मंजूरी दे दी है। यह पुनर्खरीद कंपनी की चुकता पूंजी के इक्विटी शेयरों और मुक्त आरक्षित कोष के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। कंपनी के निदेशक मंडल ने 10 रुपए अंकित मूल्य वाले 5.05 करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद को स्वीकृति दी है।
कंपनी की कुल चुकता पूंजी में इनकी हिस्सेदारी 4.45 प्रतिशत है। देश की दूसरी सबसे बड़ी तेल खोज एवं उत्पादन करने वाली इस कंपनी के पास करीब 20,000 करोड़ रुपए का आरक्षित कोष है। बंबई शेयर बाजार में वीरवार को आयल इंडिया के शेयर का भाव 218.78 रुपए पर बंद हुआ।