Edited By Seema Sharma,Updated: 24 Mar, 2021 12:00 PM
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते बुधवार को पट्रोल की कीमत में 18 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई, जबकि डीजल 17 पैसे सस्ता हुआ। पेट्रोल-डीजल की कीमत में इस साल यह पहली बार कटौती है। तेल विपणन करने वाली कंपनी इंडियन ऑयल...
बिजनेस डेस्क: अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते बुधवार को पट्रोल की कीमत में 18 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई, जबकि डीजल 17 पैसे सस्ता हुआ। पेट्रोल-डीजल की कीमत में इस साल यह पहली बार कटौती है। तेल विपणन करने वाली कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार बुधवार को दिल्ली के बाजार में पेट्रोल 90.99 रुपए और डीजल 81.30 रुपए प्रति लीटर पर आ गया। इससे पहले कल लगातार 24वें दिन तक इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ। पिछले महीने लगातार 16 दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी जिससे लगभग हर शहर में दोनों ईधनों के दाम सार्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे।
देश के चार महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत इस प्रकार है:-
शहर |
पेट्रोल रुपए /लीटर |
डीजल रुपए /लीटर |
दिल्ली |
90.99 |
81.30 |
मुंबई |
97.40 |
88.42 |
चेन्नई |
92.95 |
86.29 |
कोलकाता |
91.18 |
84.18 |
राज्यों में कराधान (वैट) की स्थानीय दरों और परिवहन लागत के आधार पर देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमत में अंतर होता है। इन उत्पादों की कीमतों में इस साल यह पहली कटौती है। अंतिम बार कीमतें 16 मार्च 2020 को घटाई गई थीं। पिछले एक साल में पेट्रोल की कीमत में रिकॉर्ड 21.58 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 19.18 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। पिछले महीने राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर पेट्रोल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर के स्तर को पार कर गई थी। हालांकि फरवरी अंत से कीमतों में किसी बढ़ोतरी की घोषणा नहीं की गई।
चुनावों के चलते घटे दाम
आमतौर पर जब कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने पर तेल की कीमतों में बदलाव नहीं किया जाता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। बिहार विधानसभा चुनाव के समय तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था लेकिन अभी पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में हो रहे विधानसभा चुनावों के बीच तेल की कीमतों में कमी की गई है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गिरे कच्चे तेल के भाव
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में फरवरी से कीमतों में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है, जिससे घरेलू स्तर पर भी राहत देखने को मिली है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 15 दिन में करीब 10 फीसदी गिर चुका है। यूरोप में कोरोना की तीसरी लहर के चलते वहां ईंधन की मांग घटने की आशंका जताई जा रही है। इसके कारण कच्चे तेल की कीमत घटकर 64 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुकी है।