पैट्रोल-डीजल को जी.एस.टी. के दायरे में लाया जाए : इंडियन ऑयल

Edited By Pardeep,Updated: 23 May, 2018 04:25 AM

petrol diesel to gst to be brought under indian oil

देश की तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा है कि पैट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के दायरे में लाया जाना चाहिए। इंडियन आयल के अध्यक्ष संजीव सिंह ने पैट्रोलियम पदार्थों को जी.एस.टी. के दायरे में लाने की वकालत करते हुए...

नई दिल्ली: देश की तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा है कि पैट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के दायरे में लाया जाना चाहिए। इंडियन आयल के अध्यक्ष संजीव सिंह ने पैट्रोलियम पदार्थों को जी.एस.टी. के दायरे में लाने की वकालत करते हुए कहा कि यह कंपनी और उपभोक्ता दोनों के हित में होगा। 

कंपनी के 2017-18 के वार्षिक वित्तीय परिणाम घोषित करने के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के समय पैट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ौतरी नहीं किए जाने पर पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार से इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला था। सरकार ने तेल कंपनियों को दैनिक आधार पर कीमतों में संशोधन करने के लिए पूरी छूट दी हुई है। उन्होंने कहा कि पैट्रोल,डीजल के दामों में पहले बढ़ौतरी हो चुकी थी इसलिए कर्नाटक विधानसभा के दौरान 19 दिन तक कंपनी ने कीमत स्थिर रखने का फैसला लिया। 

कंपनी ने पहली बार 20 हजार करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ के आंकड़े को पार किया है। कंपनी का 2017-2018 में शुद्ध लाभ एक साल पहले के 19,106 करोड रुपए से बढ़कर 21,346 करोड़ रुपए हो गया। इस दौरान परिचालन से होने वाली आय भी 5 लाख करोड़ को पार करते हुए 5,06,428 करोड रुपए हो गई। एक साल पहले यह 4,45,442 करोड़ रुपए थी। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कुल रिफाइन मार्जिन 7.77 डालर प्रति बैरल से बढ़कर 8.49 डालर प्रति बैरल हो गया।

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