Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Oct, 2023 05:32 PM
कठिन वैश्विक आर्थिक हालात के कारण अगस्त में भारत का प्लास्टिक निर्यात सालाना आधार पर 6.9 प्रतिशत घटकर 34.5 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। शीर्ष उद्योग निकाय प्लास्टिक निर्यात संवर्धन परिषद (प्लेक्सकाउंसिल) के अनुसार अगस्त 2022 में कुल प्लास्टिक निर्यात 37.0...
नई दिल्लीः कठिन वैश्विक आर्थिक हालात के कारण अगस्त में भारत का प्लास्टिक निर्यात सालाना आधार पर 6.9 प्रतिशत घटकर 34.5 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। शीर्ष उद्योग निकाय प्लास्टिक निर्यात संवर्धन परिषद (प्लेक्सकाउंसिल) के अनुसार अगस्त 2022 में कुल प्लास्टिक निर्यात 37.0 अरब डॉलर था।
आंकड़ों के अनुसार विभिन्न उत्पाद श्रेणियों में मिश्रित प्रदर्शन रहा, जैसे फ्लोरिंग, चमड़ा, लैमिनेट, मेडिकल प्लास्टिक, उपभोक्ता और घरेलू उत्पाद, फिशनेट और मोनोफिलामेंट, लेखन उपकरण और स्टेशनरी तथा मानव बाल जैसी उत्पाद श्रेणियों में निर्यात बढ़ा।
प्लेक्सकाउंसिल के आंकड़ों के अनुसार बुने हुए बोरे, बुने हुए कपड़े, तिरपाल, प्लास्टिक फिल्म व चादर, प्लास्टिक पाइप आदि विविध उत्पादों तथा वस्तुओं के निर्यात में गिरावट आई। निकाय ने कहा कि भारत दुनिया में पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट रेज़िन के शीर्ष पांच निर्यातकों में से एक है।
प्लेक्सकाउंसिल के कार्यकारी निदेशक श्रीबास दसमोहपात्रा ने कहा, ‘‘फ्लोर कवरिंग, चमड़े के कपड़े और लैमिनेट में 51 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई, ये आमतौर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले उत्पाद खंड हैं। हमें यह जानकर खुशी हो रही है कि यह गति जारी है। यह उद्योग के लिए एक सकारात्मक वृद्धि है और हमें अन्य क्षेत्रों में भी अधिक वृद्धि की उम्मीद है।’’
आयात और निर्यात सहित भारत के प्लास्टिक व्यापार में पिछले एक दशक में पर्याप्त वृद्धि देखी गई है, जो 2013-14 में 19 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 37 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।