Edited By Supreet Kaur,Updated: 11 Dec, 2019 10:44 AM
भारतीय रेलवे में यूनियनों के नाम पर नौकरी न करने वाले करीब 50 हजार रेल कर्मचारियों के पर कतरने की तैयारी चल रही है। इसके लिए भारतीय रेलवे देशभर में ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित कर रहा है, जो तय शुदा जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं।
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): भारतीय रेलवे में यूनियनों के नाम पर नौकरी न करने वाले करीब 50 हजार रेल कर्मचारियों के पर कतरने की तैयारी चल रही है। इसके लिए भारतीय रेलवे देशभर में ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित कर रहा है, जो तय शुदा जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं।
रेलवे सबसे पहले इनकी सुविधाओं में कटौती करने की तैयारी कर रहा है, जो यूनियनों के नाम पर पदाधिकारी ले रहे हैं। रेल मंत्रालय ने देशभर के प्रत्येक रेल मंडलों के कार्यक्षेत्र में तैनात एंव यूनियनों से सीधे तौर पर जुड़े करीब 250-250 कर्मचारी को चिन्हित किया है।
यूनियनों को खत्म करने का सवाल ही नहीं: मिश्रा
आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि भारतीय रेलवे में यूनियनों को खत्म करने का केाई सवाल ही नहीं उठता है। बावजूद इसके अगर कुछ ऐसा रेल मंत्रालय करने जा रही है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि फेडरेशन रेलवे के अगले कदम एवं तैयारियों की स्टडी कर रहा है। बहुत जल्द इस पर कुछ बड़ा फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग रेलवे को बेचने का प्रयास कर रहे हैं और यूनियन उन्हें ऐसा करने से रोक रहीं है। यही कारण है कि वह जानबूझ कर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।