Edited By rajesh kumar,Updated: 14 Apr, 2020 01:24 PM
यस बैंक संकट से निजी क्षेत्र के बैंकों पर जमाकर्ताओं का भरोसा घटा है और इसके चलते छोटे बैंकों को सरकारी बैंकों के हाथों जमा राशि खोनी पड़ सकती है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की शोध रिपोर्ट में यह बात कही गई।
मुंबई: यस बैंक संकट से निजी क्षेत्र के बैंकों पर जमाकर्ताओं का भरोसा घटा है और इसके चलते छोटे बैंकों को सरकारी बैंकों के हाथों जमा राशि खोनी पड़ सकती है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की शोध रिपोर्ट में यह बात कही गई।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब निजी क्षेत्र के कई ऋणदाताओं ने मार्च तिमाही में जमा राशि घटने की सूचना दी है। इस तिमाही के दौरान ही यस बैंक का संकट पैदा हुआ था। आरबीआई ने इन चिंताओं को शांत करते हुए बार-बार कहा है कि सभी बैंक सुरक्षित हैं।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘यस बैंक की घटना से निजी क्षेत्र के बैंकों पर जमाकर्ताओं का भरोसा कम हुआ है, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर भरोसा मजबूत बना रहेगा, क्योंकि ऐसी धारणा है कि उन्हें सरकार का मजबूत संरक्षण हासिल है।’ रेटिंग एजेंसी ने कहा फलस्वरूप, कुछ निजी क्षेत्र के बैंकों, खासतौर से छोटे संस्थानों को सरकारी बैंकों के हाथों जमा राशि खोनी पड़ सकती है, जिसके उनकी वित्त पोषण क्षमता और कमजोर होगी।मूडीज ने कहा कि यस बैंक प्रकरण में बचाव के बावजूद इससे संकटग्रस्त निजी क्षेत्र के बैंकों को बचाने की प्रक्रिया में कमजोरियों का पता चलता है।