Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jun, 2017 10:13 AM
रिजर्व बैंक ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई शुरू कर सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक को निगरानी के ..
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई शुरू कर सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक को निगरानी के दायरे में रखा है। इससे बैंक पर नए ऋण और लाभांश वितरण को लेकर कई तरह के अंकुश लग जाएंगे। इससे पहले अन्य सरकारी बैंकों आई.डी.बी.आई. बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूको बैंक के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की गई थी।
देना बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि रिजर्व बैंक ने शुद्ध गैर निष्पादित आस्तियों (एन.पी.ए.) के उंचे स्तर तथा संपत्ति पर नकारात्मक रिटर्न (आर.ओ.ए.) के मद्देनजर त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई शुरू की है। बैंक ने हालांकि, कहा कि इस तरह की कार्रवाई से उसके प्रदर्शन पर असर नहीं पड़ेगा।
बैंक ने कहा कि इस कार्रवाई से बैंक का आंतरिक नियंत्रण तथा गतिविधियों में सुधार करने में मदद मिलेगी। 31 मार्च को समाप्त तिमाही में देना बैंक का घाटा बढ़कर 575.26 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक को 326.38 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।