Edited By Isha,Updated: 24 Jan, 2019 11:04 AM
कर्ज के बोझ तले दबी रिलांयस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को दिसंबर 2018 में समाप्त तीसरी तिमाही में 341 करोड़ रुपए का एकीकृत घाटा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 206 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। घाटे की रकम में ब्याज और विदेशी मुद्रा प्रभाव को
बिजनेस डेस्कः कर्ज के बोझ तले दबी रिलांयस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को दिसंबर 2018 में समाप्त तीसरी तिमाही में 341 करोड़ रुपए का एकीकृत घाटा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 206 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। घाटे की रकम में ब्याज और विदेशी मुद्रा प्रभाव को शामिल नहीं किया गया है।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता सङ्क्षहता के तहत समाधान प्रक्रिया से गुजर रही हैं। कंपनी ने 1,091 करोड़ रुपए पर ब्याज और विदेशी मुद्रा की विनिमय दर में उतार चढ़ाव और अन्य मद साहित कुल 474 करोड़ रुपए को शामिल नहीं किया है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, यदि कंपनी ब्याज और विदेशी मुद्रा विनिमय दर में उतार चढ़ाव को शामिल करती है तो उसका घाटा 617 करोड़ रुपए और बढ़ जाएगा वहीं, आरकॉम की विदेशी अनुषंगी जीसीएक्स के लिए भी परेशानी बढ़ रही है क्योंकि इसकी मौजूदा देनदारियां उसकी संपत्ति के मुकाबले 32.4 करोड़ डॉलर ज्यादा हो गई हैं।
आरकॉम की आय 2018-19 की तीसरी तिमाही में कम होकर 1,083 करोड़ रुपए रह गई, जो कि इससे एक साल पहले की इसी तिमाही में 1,176 करोड़ रुपए थी। हालांकि, जुलाई-सितंबर 2018 के मुकाबले इसमें सुधार देखा गया है। इस दौरान उसकी आय 1,014 करोड़ रुपए थी।