Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 11:43 AM
कई तकनीकों का प्रयोग आज हर सैक्टर में खूब हो रहा है और रियल एस्टेट सैक्टर भी इससे अछूता नहीं है। आज का रियल एस्टेट बाजार पहले से कहीं अलग है। इंटरनैट पर रियल एस्टेट से जुड़ी वैबसाइट्स की भरमार दिखाई देती है। तकनीक की वजह से ही अब ग्राहकों को घर...
नई दिल्लीः कई तकनीकों का प्रयोग आज हर सैक्टर में खूब हो रहा है और रियल एस्टेट सैक्टर भी इससे अछूता नहीं है। आज का रियल एस्टेट बाजार पहले से कहीं अलग है। इंटरनैट पर रियल एस्टेट से जुड़ी वैबसाइट्स की भरमार दिखाई देती है। तकनीक की वजह से ही अब ग्राहकों को घर बैठे ही डिवैल्परों की आवासीय परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानने से लेकर उन्हें अच्छे से देखने की सुविधा भी हासिल हो गई है।
इस मामले में वचुर्अल रियल्टी की तकनीक विशेष रूप से लाभदायक साबित हुई है। ग्राहकों को घर बैठे सम्पत्ति बेचने में यह एक अहम भूमिका निभाने की ताकत रखती है। इससे पहले 360 डिग्री वाले वीडियो ग्राहकों को उपलब्ध करवाने वाली रियल एस्टेट इंडस्ट्री के लिए वर्चुअल रियल्टी एक ‘मील का पत्थर’ साबित हो सकती है। यूं तो 360 डिग्री वीडियोज को भी वर्चुअल रियल्टी कह दिया जाता है परंतु उसमें वास्तविक वर्चुअल रियल्टी वाली खूबियां नदारद थीं। जो अनुभव वर्चुअल रियल्टी गीयर पहन कर होता है, वह इन वीडियोज में नहीं मिल सकता है।
वर्चुअल रियल्टी इतना असरदार है कि इससे उन लोगों की समस्या काफी हद तक सुलझ गई है जो स्वयं साइट पर जाकर सम्पत्ति को देख नहीं पाते हैं। इस तकनीक के द्वारा सम्पत्ति को अपने सामने देखने का अनुभव मिलता है जिससे ग्राहक को भरोसा हो सकता है कि वह अपनी मेहनत की कमाई एक अच्छी तथा अपनी पसंद की परियोजना में लगा रहा है। इस तकनीक में असीमित सम्भावनाएं हैं और अभी इनमें से कुछेक खूबियों का ही हम प्रयोग कर रहे हैं। आने वाले वक्त में इसी तकनीक के और विकास करने पर लोग और भी शानदार अनुभव हासिल कर सकेंगे।