Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Aug, 2018 04:04 PM
सरकार ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए के अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के लिए ‘बाह्य कारकों’ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसमें चिंता की काई बात नहीं है।
नई दिल्लीः सरकार ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए के अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के लिए ‘बाह्य कारकों’ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसमें चिंता की काई बात नहीं है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि आने वाले समय में इन बाहरी वजहों में सुधार आने की संभावना है।
सरकार का आश्वासन
उन्होंने कहा, ‘‘रुपए में गिरावट का कारण बाहरी कारक हैं और इस समय चिंता की कोई वजह नहीं है।’’ तुर्की की आर्थिक चिंता से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज कारोबार के दौरान 70.1 के स्तर तक गिर गया। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टाक ब्रोकर्स में शोध विश्लेषक आर मारू ने कहा कि आयातकों की अधिक मांग से रुपए की विनिमय दर में गिरावट आई।
उन्होंने कहा, ‘‘तुर्की संकट को लेकर अनिश्चितता तथा डॉलर सूचकांक में तेजी को देखते हुए आयातक आक्रमक तरीके से डॉलर लिवाली कर रहे हैं। दूसरी तरफ आरबीआई की तरफ से आक्रमक हस्तक्षेप नहीं होने से भी रुपया नीचे आया।
विपक्ष का हमला
आज लगातार दूसरे दिन हुई ऐतिहासिक गिरावट के बाद कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि आखिरकार मोदी सरकार ने वह कर दिखाया जो 70 सालों में कभी नहीं हुआ था। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अपनाते हुए ट्वीट किया, 'जनता झेल रही है मार, रुपया पहुंचा 70 के पार, अब तो जागो मोदी सरकार!'