Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Sep, 2023 01:24 PM
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सोमवार को कहा कि उसने अपने डिजिटल रुपी में ‘यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी' लागू कर दी है। उसके डिजिटल रुपी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) कहा जाता है। एसबीआई की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इस कदम से बैंक का मकसद...
नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सोमवार को कहा कि उसने अपने डिजिटल रुपी में ‘यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी' लागू कर दी है। उसके डिजिटल रुपी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) कहा जाता है। एसबीआई की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इस कदम से बैंक का मकसद अपने ग्राहकों को अभूतपूर्व सुविधा तथा पहुंच प्रदान करना है।
‘ई-रूपी बाय एसबीआई' एप के माध्यम से ग्राहकों को सुलभ यह अत्याधुनिक सुविधा मिलेगी। ग्राहक बिना किसी परेशानी के किसी भी यूपीआई क्यूआर कोड को आसानी से ‘स्कैन' करने में सक्षम होंगे और भुगतान कर पाएंगे। एसबीआई, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिजिटल ई-रुपी परियोजना में हिस्सा लेने वाले कुछ बैंकों में से एक है।