Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 May, 2018 03:10 PM
भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) को बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7,718.17 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध घाटा हुआ है। वसूली में फंसे कर्जों (एन.पी.ए.) के लिए नुकसान के ऊंचे प्रावधान करने के कारण घाटा ऊंचा रहा।
नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) को बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7,718.17 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध घाटा हुआ है। वसूली में फंसे कर्जों (एन.पी.ए.) के लिए नुकसान के ऊंचे प्रावधान करने के कारण घाटा ऊंचा रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में देश के इस सबसे बड़े ने 2,814.82 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। दिसंबर, 2017 को समाप्त तीसरी तिमाही में बैंक को 2,416.37 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
ग्रॉस एनपीए 10.91%
बैंक ने शेयर बाजारों को आज बताया कि जनवरी-मार्च तिमाही में उस की कुल आय बढ़कर 68,436.06 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 57,720.07 करोड़ रुपए थी। इस अवधि में बैंक का सकल एनपीए बढ़कर कर्ज के 10.91 प्रतिशत के बराबर हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6.90 प्रतिशत था। इस दौरान बैंक का शुद्ध एनपीए बढ़कर 5.73 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 3.71 प्रतिशत था।