Sebi के अधिकारियों ने दूसरे देशों में जा क्रिप्टोकरेंसी बाजारों का किया अध्ययन

Edited By Supreet Kaur,Updated: 06 Sep, 2018 04:38 PM

sebi officials study studied cryptocurrency markets in other countries

बाजार नियामक सेबी ने क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल मुद्रा निर्गम तंत्र को समझने के लिए अपने अधिकारियों को पिछले वित्त वर्ष के दौरान विदेश भेजे। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मुद्राएं होती हैं, जिनमें कारोबार के लिये इन्क्रिप्शन तकनीकी का प्रयोग किया जाता है।...

नई दिल्लीः बाजार नियामक सेबी ने क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल मुद्रा निर्गम तंत्र को समझने के लिए अपने अधिकारियों को पिछले वित्त वर्ष के दौरान विदेश भेजे। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मुद्राएं होती हैं, जिनमें कारोबार के लिये इन्क्रिप्शन तकनीकी का प्रयोग किया जाता है। दुनिया का कोई केंद्रीय बैंक अभी इन ‘मुद्राओं’ का परिचालन नहीं करता है। इन मुद्राओं का चलन शेयरों के प्रारंभिक निर्गम की तहर का है।

सेबी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट 2017-18 में कहा, क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल क्वॉइन (मुद्रा) की आरंभिक पेशकश के तंत्र के अध्ययन के लिए नियामक ने जापान की वित्तीय सेवा एजेंसी, ब्रिटेन की वित्तीय प्रबंध प्राधिकरण और स्विस वित्तीय बाजार प्रबंध-संबंधी प्राधिकरण की अध्ययन यात्राएं आयोजित कीं। सरकार पहले ही आभासी मुद्राओं के संबंध में मौजूदा तंत्र की जांच के लिए आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है।इसमें सेबी चेयरमैन अजय त्यागी और रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर बीपी कानूनगो शामिल है। अभी इसकी रिपोर्ट नहीं मिली है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जुलाई में उच्चतम न्यायालय को बताया था कि बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टकरेंसी में कारोबार को मंजूरी देना अवैध लेनदेन को बढ़ावा देगा। आरबीआई पहले ही आभासी मुद्राओं के उपयोग को रोकने के लिए सर्कुलर जारी कर चुका है। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!