Edited By ,Updated: 30 Dec, 2016 12:24 PM
टाटा संस और सायरस मिस्त्री के बीच का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा।
नई दिल्लीः टाटा संस और सायरस मिस्त्री के बीच का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। टाटा संस द्वारा बर्खास्त चेयरमैन सायरस मिस्त्री को अपने पास मौजूद टाटा समूह के सभी वर्गीकृत गोपनीय दस्तावेज लौटाने के लिए कहा गया है। साथ ही कंपनी ने मिस्त्री से 48 घंटे के भीतर इस बारे में हलफनामा देने को भी कहा है कि वह भविष्य में ऐसी सूचनाओं का खुलासा नहीं करेंगे।
तीन दिनों के अंदर भेजा दूसरा कानूनी नोटिस
टाटा संस द्वारा तीन दिनों के भीतर गुरुवार को मिस्त्री को भेजे गए दूसरे कानूनी नोटिस में यह आरोप लगाया गया है कि मिस्त्री गलत तरीके और बेईमानी से गोपनीय सूचनाएं कंपनी के परिसर के बाहर बिना सहमति के लेकर गए। टाटा संस ने मिस्त्री से उनके पास मौजूद सभी गोपनीय सूचनाएं लौटाने को कहा है। साथ ही मिस्त्री से कहा गया है कि वह इन दस्तावेजों की प्रतियां भी अपने पास नहीं रखें। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक के क्षेत्र में काम करने वाले 103 अरब डॉलर के समूह ने मिस्त्री से 48 घंटे में यह हलफनामा भी देने को कहा है कि वह सभी गोपनीय दस्तावेजों की गोपनीयता बनाए रखेंगे और इसका खुलासा किसी को भी नहीं, संबद्ध इकाइयों, संबंधियों या परिवार के सदस्यों को भी, नहीं करेंगे।
मंगलवार को भी भेजा गया था नोटिस
बता दें कि मंगलवार को टाटा संस ने मिस्त्री पर गोपनीयता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा था। मिस्त्री के परिवार की निवेश कंपनी ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण में उनको हटाए जाने के खिलाफ जो अपील दायर की थी, उसमें कंपनी के दर्जनों संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेज नत्थी किए गए थे।