Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 12:42 PM
1 फरवरी को आम बजट पेश होने वाला है। एेसे में सभी को इंतजार है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली क्या एेलान करने वाले हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार बजट में कैपिटल गेन्स टैक्स में बदलाव किया जा सकता है। यही नहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक...
नई दिल्लीः 1 फरवरी को आम बजट पेश होने वाला है। एेसे में सभी को इंतजार है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली क्या एेलान करने वाले हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार बजट में कैपिटल गेन्स टैक्स में बदलाव किया जा सकता है। यही नहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स में सरकार स्टैंडर्ड डिडक्शन की व्यवस्था फिर से लागू कर सकती है।
अलग-अलग होगी डिडक्शन की दरें
सूत्रों का कहना है कि बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन लाने का एलान हो सकता है। टैक्स स्लैब के हिसाब से डिडक्शन की दरें अलग-अलग होंगी। 5 लाख रुपए के स्लैब में सबसे ज्यादा डिडक्शन मुमकिन है, जबकि 10 लाख रुपए तक वाले स्लैब में डिडक्शन कम हो सकता है। वहीं 10 लाख रुपए से ज्यादा वाले स्लैब के लिए फ्लैट डिडक्शन हो सकता है।
नहीं देना पड़ता इनकम टैक्स
बता दें कि डिडक्शन की रकम पर इनकम टैक्स नहीं देना होता है और डिडक्शन की रकम पर टैक्स बचाने के लिए कोई सुबूत नहीं देना होता है। 2004-05 तक स्टैंडर्ड डिडक्शन की सुविधा मौजूद थी। पहले स्टैंडर्ड डिडक्शन के दो स्लैब थे। 5 लाख रुपए तक की सैलरी वालों के लिए 30,000 रुपए या 40 फीसदी (जो भी कम) तक का डिडक्शन का प्रावधान था। वहीं 5 लाख रुपए से ज्यादा की सैलरी वालों के लिए 20,000 रुपए तक का डिडक्शन का प्रावधान था।