Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Jun, 2023 11:38 AM
टमाटर की कीमत में पिछले एक हफ्ते में काफी तेजी आई है। देश के अधिकांश इलाकों में रिटेल मार्केट में इसकी कीमत 80 से 120 रुपए पहुंच गई है जबकि होलसेल मार्केट में यह 65 से 70 रुपए किलो मिल रहा है। इस हफ्ते पहले होलसेल मार्केट में इसकी कीमत
बिजनेस डेस्कः टमाटर की कीमत में पिछले एक हफ्ते में काफी तेजी आई है। देश के अधिकांश इलाकों में रिटेल मार्केट में इसकी कीमत 80 से 120 रुपए पहुंच गई है जबकि होलसेल मार्केट में यह 65 से 70 रुपए किलो मिल रहा है। इस हफ्ते पहले होलसेल मार्केट में इसकी कीमत 30 से 35 रुपए थी। इस तरह एक हफ्ते में टमाटर की कीमत दोगुनी हो गई है। उत्पादन में अचानक आई कमी के कारण टमाटर की कीमत में तेजी आई है। भीषण गर्मी, बारिश में देरी और किसानों की उदासी से टमाटर की कीमत बढ़ी है। मई में टमाटर की कीमत तीन रुपए किलो रह गई थी। इस कारण किसानों ने टमाटर उगाने से परहेज किया है। लागत नहीं मिलने का कारण कई किसानों ने अपनी खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया था।
पिछले दो दिनों में दोगुने हुए टमाटर के दाम
दिल्ली की आजादपुर थोक मंडी के टमाटर व्यापारी अशोक गनोर ने कहा कि पिछले दो दिनों में टमाटर की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों से टमाटर की आपूर्ति कम हो गई है। अब हम बेंगलुरु से टमाटर ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बारिश के दौरान जमीन पर मौजूद टमाटर के पौधे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। टमाटर में होने वाले नुकसान के कारण किसानों ने इस फसल की देखभाल करना भी बंद कर दिया है।
फसल नष्ट करने पर मजबूर किसान
कम कीमतों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए किसानों ने टमाटर के खेतों की देखभाल करना बंद कर दिया था। महाराष्ट्र के नारायणगांव क्षेत्र के किसान अजय बेल्हेकर ने कहा कि किसानों ने कीटनाशकों का छिड़काव नहीं किया या उर्वरकों का उपयोग नहीं किया, क्योंकि दरें लाभकारी नहीं थीं। इससे कीट और बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया और उत्पादन में गिरावट आई है। ऐसे में कीमतें गिरने पर किसान टमाटर की कटाई और परिवहन की लागत नहीं निकाल सके। इस कारण किसान अपनी उपज फेंकने या फसल के बीच ट्रैक्टर चलाकर फसल हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस कारण से कम हो सकती हैं कीमतें
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले हफ्ते में कीमतें कम हो सकती हैं, क्योंकि कई नई जगहों से फिर से टमाटर की फिर से खेती शुरू होने वाली है। वहीं अगर हिमाचल प्रदेश और अन्य जगहों पर भारी बारिश होती है तो कीमतें स्थिर रह सकती हैं।