Edited By Supreet Kaur,Updated: 06 Aug, 2018 10:16 AM
नैशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) का कहना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली के लटके प्रॉजेक्ट्स में ज्यादातर को पूरा करने में चार साल तक का समय लग सकता है। अधिकारियों के अनुसार ऐसे प्रॉजेक्ट्स में लीजर वैली, गोल्फ होम्स और ड्रीम...
बिजनेस डेस्कः नैशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) का कहना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली के लटके प्रॉजेक्ट्स में ज्यादातर को पूरा करने में चार साल तक का समय लग सकता है। अधिकारियों के अनुसार ऐसे प्रॉजेक्ट्स में लीजर वैली, गोल्फ होम्स और ड्रीम वैली समेत आम्रपाली के दो-तिहाई परियोजनाएं हैं।
रविवार को करीब तीन दर्जन इंजिनियरों और आम्रपाली के प्रतिनिधियों ने 16 प्रॉजेक्ट्स का दौरा किया। सूत्रों ने बताया कि यह जमीनी हालात को समझने के मकसद से किया गया पहला दौरा था ताकि 4 सितंबर तक एक विस्तृत योजना तैयार कर ली जाए। एनबीसीसी को सुप्रीम कोर्ट में इन अटके पड़े हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स में दोबारा काम शुरू करने से लेकर इसे अंजाम देने तक एक-एक चरण की जानकारी देने के साथ-साथ इन प्रॉजेक्ट्स को हाथ में लेनेवाली अथॉरिटीज, बिल्डर्स और एजेंसी के बीच समझौते का प्रारूप भी सौंपना है।
आम्रपाली ग्रुप ने 42,000 फ्लैट्स बेचे जिनमें 25,000 को पूरा करना बाकी है। नोएडा अथॉरिटी आम्रपाली के अटके प्रॉजेक्ट्स के निर्माण कार्य के समापन का इंतजार कर रहा है। अथॉरिटी अपने क्षेत्राधिकार में आनेवाले प्रॉजेक्ट्स के फाइनल ऑक्युपेंसी और कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स जारी करती है। अगर आम्रपाली के साथ किया जा रहा यह प्रयोग सफल रहा तो एनबीसीसी द्वारा अन्य अटके पड़े प्रॉजेक्ट्स को अंजाम तक पहुंचाने का रास्ता खुल जाएगा।