Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 12:18 PM
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) एक जुलाई 2018 से एक नया फीचर लाने वाला है। यह फीचर ऊंगलियों के निशान तथा आंखों की पुतलियों के अलावा चेहरे के जरिए भी आधार कार्ड धारकों के सत्यापन के लिए होगा।
नई दिल्लीः भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) एक जुलाई 2018 से एक नया फीचर लाने वाला है। यह फीचर ऊंगलियों के निशान तथा आंखों की पुतलियों के अलावा चेहरे के जरिए भी आधार कार्ड धारकों के सत्यापन के लिए होगा। यू.आई.डी.ए.आई. ने इसे लाने की घोषणा जनवरी में की थी।
सीनियर सिटिजन को फायदा
इस फीचर का सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्गों को मिलेगा। बुढ़ापे की वजह से कई बार फिंगरप्रिंट में समस्या आती है लेकिन अब चेहरे से पहचान का फीचर उनके लिए आसान होगा। इन फीचर की सुविधा उन लोगों को मिलेगी, जिनके बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन में फिंगरप्रिंट की वजह से दिक्कतें आती है। कठिन मेहनत करने वाले लोगों के भी उंगली के निशान में समस्या आ जाती है।
3 तरह से ले सकेंगे इसका फायदा
यू.आई.डी.ए.आई. ने कहा कि चेहरे के जरिए सत्यापन के लिए इसके साथ ऊंगलियों के निशान, पुतलियों या वन टाइम पासवर्ड के जरिए भी सत्यापन की आवश्यकता होगी। ऐसा होने के बाद ही आधार होल्डर की सिस्टम में पहचान वैरीफाई हो पाएगी।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजय भूषण पांडेय ने पिछले सप्ताह उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुति के दौरान आधार कूट प्रणाली की उत्कृष्टता पर जोर देकर कहा था कि विश्व में मौजूद सबसे तेज कंप्यूटर द्वारा ब्रह्मांड की जो उम्र बताई गई है, इसे भेद पाने में उससे भी अधिक समय लगेगा। उन्होंने न्यायालय को इस दौरान बताया था कि चेहरे से सत्यापन की शुरुआत एक जुलाई से की जाएगी।
कई जगह पहचान के लिए काम आता है आधार
आधार कई जगह पहचान के लिए काम आता है। इसमें बैंक, टेलीकॉम कंपनियां, सावर्जनिक वितरण प्रणाली, इनकम टैक्स जैसी जगहों पर यह पहचान के लिए काम आता है। इस समय रोज लगभग 4 करोड़ ऑथेंटिकेशन रोज किए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में दिए प्रजेंटेशन के अनुसार अभी तक 1,696.38 करोड़ आधार ऑथेंटिकेशन और 464.85 करोड़ eKYC ट्रांजैक्शन हो चुके हैं।