Edited By Supreet Kaur,Updated: 28 Jun, 2018 12:45 PM
केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने उज्बेकिस्तान को भारत से चीनी तथा गेहूं, मलमल, आलू और आम जैसे अन्य कृषि वस्तुओं का आयात करने के बारे में विचार करने के लिए कहा। मौजूदा समय में भारत उज्बेकिस्तान से हरा चना (मूंग), प्राकृतिक गोंद, अखरोट, मटर और...
नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने उज्बेकिस्तान को भारत से चीनी तथा गेहूं, मलमल, आलू और आम जैसे अन्य कृषि वस्तुओं का आयात करने के बारे में विचार करने के लिए कहा। मौजूदा समय में भारत उज्बेकिस्तान से हरा चना (मूंग), प्राकृतिक गोंद, अखरोट, मटर और विभिन्न फलों के रस का आयात करता है।
उज्बेकिस्तान के उप प्रधान मंत्री शोहराब खोलमुरदोफ के साथ राष्ट्रीय राजधानी में यहां बैठक में कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह द्वारा चर्चा किए गए अन्य मुद्दों में कृषि उत्पादों का आयात का मुद्दा शामिल था। सिंह के हवाले से एक सरकारी बयान में कहा गया है, कृषि मंत्री ने उजबेकिस्तान के उप प्रधानमंत्री शोहराब से आम, आलू, गेहूं, मलमल, चीनी आदि का आयात करने के बारे में भी विचार करने को कहा। बयान के मुताबिक, सिंह ने कहा कि देश कौशल विकास में प्रशिक्षण प्रदान करने और विशेषज्ञता की साझेदारी करने, शुष्क भूमि के लिए पानी का प्रभावी और इष्टतम उपयोग, एकीकृत कृषि प्रणालियों, मशीनीकरण और खेती के मशीनों को उज्बेकिस्तान के साथ साझेदारी करने को इच्छुक है।
उन्होंने कहा कि भारत उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) की सहायता से ग्रीन हाउस के विकास के लिए उजबेकिस्तान को प्रशिक्षण प्रदान कर सकता है। मंत्री ने किसानों को बेहतर लाभ सुनिश्चित करने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और सहकारी समितियों की स्थापना के अनुभव को मध्य एशियाई राष्ट्र के साथ साझा करने की भी पेशकश की। इसके अलावा, उन्होंने पशुपालन के क्षेत्र में मिलकर काम करने और उजबेकिस्तान में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने में सहायता करने के लिए रुचि व्यक्त की। कृषि क्षेत्र में हासिल की गई प्रगति को रेखांकित करते हुए सिंह ने सरकारी कृषि संस्थानों, विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और कृषि व्यवसायों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई।