Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2021 04:40 PM
विश्व बैंक समूह ने अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण सेवा कंपनी रामकी एनविरो इंजीनियर्स लि. (आरईईएल) पर 20 महीने के प्रतिबंध की घोषणा की है। प्रतिबंध भारत में औद्योगिक प्रदूषण प्रबंधन परियोजना के लिए क्षमता निर्माण के तहत "काम में धोखाधड़ी के तरीके" के
हैदराबादः विश्व बैंक समूह ने अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण सेवा कंपनी रामकी एनविरो इंजीनियर्स लि. (आरईईएल) पर 20 महीने के प्रतिबंध की घोषणा की है। प्रतिबंध भारत में औद्योगिक प्रदूषण प्रबंधन परियोजना के लिए क्षमता निर्माण के तहत "काम में धोखाधड़ी के तरीके" के सिलसिले में लगाया गया है। विश्व बैंक ने आठ दिसंबर को जारी एक बयान में कहा कि प्रतिबंध के साथ हैदराबाद की कंपनी और उसके प्रबंध निदेशक एम गौतम रेड्डी, विश्व बैंक समूह द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं और संचालन में हिस्सा लेने के पात्र नहीं होंगे।
हालांकि, रेड्डी इस विषय पर टिप्पणी के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं थे। विश्व बैंक के मुताबिक कंपनी और रेड्डी ने 2014 में आंध्र प्रदेश के उक्कय्यपल्ली में एक नगरपालिका ठोस अपशिष्ट डंपसाइट को बंद करने और उसके नियंत्रण पर अनुबंध के लिए बोली लगाते समय एक उपठेकेदार का खुलासा नहीं किया था और विश्व बैंक को इस उपठेकेदारी व्यवस्था के होने के संबंध में गलत जानकारी दी थी।