Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 May, 2019 01:43 PM
ग्राहकों की सेवाओं को ध्यान में रखते हुए और उन्हें ज्यादा से ज्यादा सेवाएं मुहैया कराने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI) आए दिन अपने नियमों में बदलाव करता रहता है। पिछले कुछ समय से DTH सेक्टर से जुड़ी ऐसी खबरें आपको लगातार
बिजनेस डेस्कः ग्राहकों की सेवाओं को ध्यान में रखते हुए और उन्हें ज्यादा से ज्यादा सेवाएं मुहैया कराने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI) आए दिन अपने नियमों में बदलाव करता रहता है। पिछले कुछ समय से DTH सेक्टर से जुड़ी ऐसी खबरें आपको लगातार मिल रही होंगी जिनमें कहा जा रहा है कि अब डीटीएच का बिल कम हो गया है। ट्राई का नया नियम लागू हो चुका है और अब चैनल के हिसाब से लोग पैसे दे रहे हैं। हालांकि एक ताजा रिपोर्ट ये है कि डीटीएच का बिल पहले से कम हो सकता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक टेलीकॉम एंड ब्रॉडकास्टिंग रेग्यूलेटर एक कंस्लटेशन पेपर जारी करने की तैयारी में है जिसका मकसद केबल और डीटीएच बिल को कंज्यूमर्स के लिए कम करना है। इतना ही नहीं, ये बात भी मानी गई है कि TRAI द्वारा जारी की गई नई प्राइसिंग पॉलिसी प्लान के तहत यूजर्स के लिए अफोर्डेबल नहीं हो पाया है।
रिपोर्ट में एक ऑफिशियल के हवाले से कहा गया है, 'ब्रॉडकास्टिंग के टैरिफ कम करने के लिए कंस्लटेशन पेपर पर काम चल रहा है, इसके लिए हमें देखना होगा कि किस तरह की मैकेनिज्म अपनाना होगा।'
आपको बता दें कि फिलहाल इस रिपोर्ट से ये साफ नहीं हो रहा है कि कोई नया नियम आएग या फिर मौजूदा नियम में ही कुछ बदलाव किए जाएंगे। कुछ बड़े ब्रॉडकास्टर्स का ये मानना है कि TRAI को उनके टैरिफ में बदलाव करने का अधिकार नहीं है, हालांकि ऑफिशियल का कहना है कि रेग्यूलेटर के बार हमेशा से इसका अधिकार है लेकिन इससे पहले तक उसने इसे मार्केट पर ही छोड़ रखा था।
गौरतलब है कि नए नियम के बाद कोई भी चैनल 19 रुपए से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकते हैं, जो बकेट के पार्ट हैं। नए नियम के बाद कुछ यूजर्स का कहना है कि उनका बिल कम हुआ है, जबकि कुछ डीटीएच कंज्यूमर्स का कहना है कि इससे कोई फायदा नहीं हुआ है और टैरिफ और भी बढ़ गया है।