Edited By Ajay Sharma,Updated: 06 Jun, 2023 05:37 PM
हर साल अधिक से अधिक छात्र भारत के बजाय विदेश में पढ़ना पसंद कर रहे। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विदेशी शिक्षा का क्रेज कितना ज्यादा बढ़ चुका है।
हर साल अधिक से अधिक छात्र भारत के बजाय विदेश में पढ़ना पसंद कर रहे। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विदेशी शिक्षा का क्रेज कितना ज्यादा बढ़ चुका है। कोर्सेस की बढ़ती डिमांड को देख विदेशी स्नातकों की संख्या भी बढ़ रही। बल्कि, दुनियाभर के कई यूनिवर्सिटीज द्वारा बहुत सारे पॉपुलर कोर्सेस की पेशकश की जाती है। यह एक ऐसा विषय है, जिसके बारे हर कोई जानना चाहता है। इसी तरह लोगों की जिज्ञासा को देखते हुए जगत पटेल अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं।
एक एडुप्रेन्योर होने के नाते, जगत ओवरसीज एजुकेशन सेंटर (OEC) के संस्थापक भी हैं। यह संस्था छात्रों को विदेशी शिक्षा में उनके लक्ष्य को हासिल करने में मदद करता है। एक इंटरव्यू में पटेल कहते हैं, "हाल ही में, मैंने बिजनेस स्टडीज को एक प्रमुख विषय के रूप में चुनने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी है। खासकर, जब वे विदेश में किसी संस्थान में एडमिशन लेते हैं। वह अकाउंटिंग और फाइनेंशियल फील्ड्स में स्पेशलाइजेशन का चुनाव करते हैं। वास्तव में, ओवरसीज एजुकेशन सेंटर (OEC) संस्था ने पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई छात्रों को देखा है।"
आप भी इस बात से सहमत होंगे कि आपके आस - पास बहुत से छात्र विदेश एमबीए करने गए होंगे। वहीं, इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्सेस की मांग हमेशा टॉप पर है। इसी डिमांड के चलते आज विदेश का एजुकेशन सिस्टम कई स्पेशल कोर्सेस ऑफर कर रही।
एमबीए, इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्सेस के अलावा बहुत सारे छात्र कंप्यूटर साइंस और आईटी में भी एडमिशन ले रहे हैं। वहीं, अब धीरे-धीरे कोडिंग, एल्गोरिदम, सॉफ्टवेयर और डेटाबेस में भी छात्र इंटरेस्टेड हैं।
जगत पटेल शैक्षिक उद्योग के पैटर्न को ठीक से समझते हैं, क्योंकि वे 20 वर्षों से इसका हिस्सा हैं। उनकी कंपनी, OEC लीडिंग ओवरसीज एजुकेशन कंसल्टेंसीज में से एक है। बता दें कि, OEC के भारत, श्रीलंका और दुबई में कार्यालय हैं।
जगत ने यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, कनाडा और न्यूजीलैंड सहित दुनिया भर के संस्थानों के साथ काम किया है।