Edited By bhavita joshi,Updated: 18 Jun, 2019 01:08 PM
पी.जी.आई. में सोमवार को इस साल का 14वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ।
चंडीगढ़(पाल) : पी.जी.आई. में सोमवार को इस साल का 14वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ। 45 साल की जसवीर कौर की बदौलत 4 लोगों को नई जिंदगी मिल पाई है। 10 जून को चमकौर साहिब की रहने वाली जसवीर कौर अपने बेटे के साथ स्कूटर पर जा रही थी। इस दौरान रास्ते में एक ट्रक ने स्कूटर को टक्कर मार दी, जिसमें दूसरा स्कूटर उनके स्कूटर से टकरा गया। गिरने के कारण जसवीर को हैड इंजरी हो गई। हादसे में किसी और शख्स को कोई इंजरी नहीं हुई।
जसवीर को लोकल हॉस्पिटल में इलाज के बाद जब हालत में
सुधार नहीं हुआ तो डाक्टरों ने उसी दिन पी.जी.आई. के लिए रैफर कर दिया। पी.जी.आई. में भी इलाज के बावजूद हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था। डाक्टरों ने 12 जून को जसवीर को ब्रेन डैड डिक्लेयर कर दिया। जब ट्रांसप्लांट कोआर्डिनेटर ने उनसे ऑर्गन डोनेट करने की बात कही तो वह इसके लिए तुंरत तैयार हो गए।
परिवार कई साल से पी.जी.आई. के बाहर लगाता है लंगर
जसवीर कौर का परिवार कई साल से पी.जी.आई. के बाहर जरूरतमंद लोगों के लिए लंगर लगाता आ रहा है। उनके पति सोमनाथ ने कहा कि वह सारी उम्र दूसरे की सेवा करती आई है अगर इस दुनिया से जाते हुए भी वह किसी की मदद कर जाती है तो इससे अच्छी बात हमारे व जसवीर के लिए नहीं हो सकती। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने ऑर्गन डोनेशन के लिए हां कर दी।
2 को किडनी तो 2 को कॉर्निया
जसवीर की मौत के बाद उसकी ऑर्गन पी.जी.आई. में ही जरूरतमंद लोगों को ट्रांसप्लांट किए गए हैं। 2 मरीजों को किडनी व 2 को कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया।
सेवा में विश्वास करता है परिवार
जसवीर के परिवार के गुरमीत सिंह पी.जी.आई. ड्रग डी एडिकशन सैंटर में काम करते हंै। जब उन्हें पता चला तो उन्होंने कहा कि यह परिवार सदा दूसरे की मदद करता आया है। परिवार पहले ही ऑर्गन डोनेशन को लेकर अवेयर है। वहीं पी.जी.आई. (रोटो) नोडल ऑफिसर डा. विपिन कौशल ने जसवीर व उसके परिवार का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि इतने मुश्किल वक्त में भी उन्होंने बड़ा फैसला लिया है।