Edited By ,Updated: 16 Jan, 2015 11:36 AM
हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि राज्य में यूरिया की कोई कमी नहीं है लेकिन कुछ लोग अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाए रखने के लिए जनता को गुमराह करने का काम रहे हैं।
चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि राज्य में यूरिया की कोई कमी नहीं है लेकिन कुछ लोग अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाए रखने के लिए जनता को गुमराह करने का काम रहे हैं। धनखड़ ने यहां चौथे इंडिया इंटरनेशनल पोटैटो एक्सपो-2015 में प्रदर्शित आलू की विभिन्न किस्मों का अवलोकन करने के बाद पत्रकारों से कहा कि आलू एक स्थाई फ सल है जिसे बढ़ावा देकर हम गेहूं, धान और गन्ने की फ सलों से बेहतर आमदनी किसान को दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब में कृषि का क्षेत्र बहुत अधिक हैं लेकिन हम अब धीरे-धीरे बागवानी की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन इसके लिए फसल प्रबंधन तथा विपणन प्रबंधन की दो चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि विपणन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राज्य सरकार मार्च में गुडग़ांव में एग्री लीडरशिप समिट करने जा रही है।
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने को लेकर सवाल पर धनखड़ ने कहा कि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के निर्धारण के संबंध में भेजी गई एक अनुशंसा में राज्य सरकार ने अब एमएसपी को लाभप्रद मूल्य बनाने को कहा है।