Edited By Priyanka rana,Updated: 03 Feb, 2020 09:29 AM
चंडीगढ़ पुलिस थाने जल्द ही डिजीटल होंगे। प्रशासन और पुलिस विभाग इसी तैयारी में जुटी है। सभी थानों को डिजीटल किया जाना है। पहले चरण में केवल एक थाने को डिजीटल किया जाएगा।
चंडीगढ़(संदीप) : चंडीगढ़ पुलिस थाने जल्द ही डिजीटल होंगे। प्रशासन और पुलिस विभाग इसी तैयारी में जुटी है। सभी थानों को डिजीटल किया जाना है। पहले चरण में केवल एक थाने को डिजीटल किया जाएगा।
इसके बाद डिजीटल किए जाने के फायदे और इस काम में आने वाली दिक्कतों के परिणामों के आधार पर ही अगले चरणों में अन्य थानों को डिजीटल किए जाने का काम शुरू किया जाएगा। अधिकारियों की माने तो इस योजना के तहत जहां थानों के काम में तेजी आएगी वहीं काम में पारदर्शिता भी आएगी।
बोल कर दर्ज करवाई जा सकेगी स्टेटमैंट :
थानों को डिजीटल किए जाने का सबसे बढ़ा फायदा यह होगा कि थानों के काम में हर स्तर पर पूरी तरह से पारदॢशता आएगी। डिजीटल थाने में जाकर अपनी स्टेटमैंट दर्ज करवाने के लिए जाने वाला व्यक्ति बिना किसी पुलिस कर्मी की मदद और दबाव के अपनी स्टेटमैंट को कम्पयूटर पर बोल कर दर्ज करवा सकेगा।
अपने द्वारा दर्ज करवाई गई स्टेटमैंट को चैक करने के लिए वह व्यक्ति अपनी स्टेटमैंट को कम्पयूटर पर ही सुनकर पूरी तसल्ली कर लगा। अक्सर चंडीगढ़ में लोगों की यह शिकायत रहती थी कि स्टेटमैंट पुलिस कर्मी ने उस भाषा में खुद दर्ज की होती है, जिसका शिकायतकर्ता को ज्ञान नहीं होता। यही कारण है कि उसे स्टेटमैंट पर हस्ताक्षर करने से पहले और बाद में यह भी पता नहीं होता था कि आखिर जांच अधिकारी ने उसकी स्टेटमैंट में लिखा क्या है।
कागजों के बोझ से मिलेगी राहत :
थानों के डिजीटल किए जाने से बहुत बड़े पैमाने पर कागजों की बचत कर पेड़ों को कटने से बचाया जा सकेगा। डी.डी.आर., एफ.आईआर. सभी तरह के काम कंप्यूटर पर ही किए जाएंगे।
थाने के मुंशी को भी डी.डी.आर. व अन्य तरह की कार्रवाई दर्ज करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले बड़े-बड़े रजिस्टरों से राहत मिलेगी। थाने से संबंधित किसी भी तरह के रिकार्ड को आलाधिकारी ऑनलाइन देख सकेंगे। थानों को डिजीटल बनाए जाने से पूर्व सभी पुलिस कर्मियों को कंप्यूटर की पूरी ट्रेङ्क्षनग दी जाएगी।