Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2018 12:57 PM
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के सैक्टर-63 के काम्पलैक्स में मानसून से पहले हुई बारिश के बाद से 2 बी.एच.के. फ्लैट्स की 13 लिफ्टों में पानी भरा हुआ है।
चंडीगढ़(ब्यूरो) : चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के सैक्टर-63 के काम्पलैक्स में मानसून से पहले हुई बारिश के बाद से 2 बी.एच.के. फ्लैट्स की 13 लिफ्टों में पानी भरा हुआ है। पानी भरने के बाद से ही यहां ख़तरा मंडरा रहा है क्योंकि अगर पानी भरा होने की स्थिति में कोई लिफ्ट चला दे गई तो लिफ्ट में करंट आ सकता है।
एक सप्ताह से इस सम्बन्ध में तस्वीरों सहित चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के हर एक अधिकारी व चेयरमैन को सूचित किया जा चुका है लेकिन किसी के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही। पानी भरने की शिकायतें लगातार हाऊसिंग बोर्ड से की जा रही हैं। अधिकारी जानते हैं कि कमियां उन्ही की ओर से हैं यही वजह है कि कोई भी जिम्मेदारी लेना नहीं चाहता और खमियाजा यहां के निवासी भुगत रहे हैं।
इंजीनियरों को नहीं पता कहां से आ रहा पानी :
चीफ इंजीनियर राजीव सिंगला व सुनील कुमार सहित तमाम इंजीनियर मिलकर यह पता नहीं लगा पाए की पानी कहा से आ रहा है। हाऊसिंग बोर्ड के ही एक इंजीनियर जोकि निर्माण के समय यही कार्यरत था ने बताया था कि निर्माण के वक्त मुख्य पाइप लाइन से अस्थाई होदियों तक पानी पहुंचाया गया था।
निर्माण पूरा होने के बाद उक्त पाइपों में लकड़ी की गुलिया ठोक कर पाइप वहीं दबा दी गई थी। अब तीन वर्ष बाद वह लकड़ी की गुलिया गल चुकी होंगी और पानी रिसते हुए लिफ्टों में भर रहा है। यह बात इंजीनियरिंग विंग को बताई गई लेकिन वह उक्त तर्क मानने को तैयार ही नहीं हैं।