पी.जी.आई. ने चंडीगढ़ से ज्यादा की पंजाब के कोरोना सैंपलों की टैस्टिंग

Edited By pooja verma,Updated: 05 Jun, 2020 10:55 AM

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पी.जी.आई. कौ वायरोलॉजी लैब ने कोरोना काल में अब तक 14,100 सैंपल टैस्ट किए हैं।

चंडीगढ़ (अर्चना सेठी): पी.जी.आई. कौ वायरोलॉजी लैब ने कोरोना काल में अब तक 14,100 सैंपल टैस्ट किए हैं। आंकड़े कहते हैं कि पी.जी.आई. ने सबसे ज्यादा पंजाब के कोविड सैंपल की जांच की है। पंजाब से पी.जी. आई. के पास टैस्ट के लिए 6,723 सैंपल आए, जबकि चंडीगढ़ के सिर्फ 5,942 सैंपल का कोरोना टैस्ट किया गया। हरियाणा से पी.जी. आई. को 1422 सँपल, हिमाचल प्रदेश से एक, जम्मू-कश्मीर से जांच के लिए छह सैंपल भेजे गए। पी.जी.आई. के वबायरोलॉजी डिपार्टमैंट द्वारा 3 जून तक की रिपोर्ट कहती है कि 14,100 सैंपल में से 431 टैस्ट की रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है।

 

अब एक दिन में 500 टैस्ट हो रहे
पी.जी.आई. के वायरोलॉजी लैब की एसपर्ट प्रो.मिनी पी सिंह की मानें तो उनकी लैब की एक दिन में 500 के करीब टैस्ट करने की क्षमता हो चुकी है। पहले उनकी लैब में एक दिन में 50 के करीब टैस्ट किए जा रहे थे। उसके बाद जब किट्स की संख्या बढ़ाई तो एक दिन में लैब में 100 से अधिक कोरोना टैस्ट किए जाने लगे और अब लैब एक दिन में 500 के करीब टैस्ट कर सकती है। हालांकि आंकड़े कहते हैं कि एक दिन में लैब ने औसत 155 के करीब टैस्ट किए हैं।

 

सैंपल में आर.एन.ए ठीक न दिखे तो करनी पड़ती है री-टैस्टिंग 
उधर, जी.एम.सी.एच.-32 के माइक्रोबायोलॉजी एसपर्ट प्रो.जगदीश चंद्र का कहना है कि उनकी टैस्ट लैब में चंडीगढ़ के ही सैंपल के टैस्ट किए जाते हैं। मैडीकल कॉलेज की लैब स्थानीय लोगों कै सैंपल जांचने के लिए ही होती है। शुरुआत में उनकी लैब में एक दिन में सौ के करीब टैस्ट भी किए गए हैं, परंतु अब एक दिन में 20 से 40 टैस्ट ही लैब में किए जा रहे हैं। प्रो. जगदीश का कहना है कि जब सैंपलिंग के दौरान वायरस का आर.एन.ए. ठीक से निकाला न जा सके तो टैस्ट रिपोर्ट ठीक नहीं आती है और री टैस्टिंग करने की जरूरत पड़ती है। उन्होंने भी अब तक तीन से चार सैंपल री टैस्ट किए हैं।


 

बढ़ जाएगी कोरोना टैस्ट की सा संख्या 
पी.जी.आई. के वायरोलॉजी लैब की एसपर्ट और कोविड लैबोरेटरी सर्विसेज की नोडल ऑफिसर प्रो. मिनी पी सिंह का कहना है कि इंडियन कौंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च की गाइडलाइंस कहती हैं कि अगर किसी सैंपल की रिपोर्ट ठीक न हो तो उसका 24 से 28 घंटों में दोबारा सैंपल लेकर टैस्ट किया जाए। प्रो. मिनी का कहना है कि एक दिन में उन्हें चार से पांच सैंपल की री-टैस्टिंग करनी पड़ती है। उनमें से एक दो सैंपल तो प्राइवेट लैब्स भेजती हैं। री टैस्टिंग की नौबत तब आती है जबसैंपल ठीक से न लिया गया हो या रिपोर्ट ठीक न मिल रही हो।

 

वायरोलॉजी लैब के साथ अब संस्थान की दूसरी लैब ने भी कोरोना टैस्टिंग शुरू कर दी है। वायरोलॉजी के साथ अन्य डिपार्टमैंट्स इम्यूनोपैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और पैरासाइटीलॉजी जैसे विभाग भी टैस्टिंग के लिए साथ जुड़ रहे हैं। पी.जी.आई. के अन्य विभाग के एच.ओ.डी. का कहना है कि पी.जी.आई. की एमरजैंसी, ट्रॉमा में आने वाले पेशैंट्स के सर्जरी से पहले टैस्ट करना शुरू कर दिए गए हैं। नॉन कोविड पेशैंट्स की टैस्टिंग 24/7 कर दी गई है। हर दो घंटे में पी.जी.आई. में सैंपल लिए जाएंगे। वायरोलॉजी के साथ अन्य विभागों की टैस्टिंग मिलकर एक दिन में 1500 के करीब टैस्ट कर सकेगी। 

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