केंद्र सरकार की मनमानी के खिलाफ एकजुट हो जाएं सभी क्षेत्रीय दल: सुक्खू

Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 28 Mar, 2023 08:13 PM

rahul is not afraid of the center asked questions on adani in parliament

राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के विरोध में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने क्षेत्रीय दलों के आह्वान किया कि वह केंद्र की मनमानी के खिलाफ एकजुट हो जाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र जब देश के मुख्य विपक्षी दल के सबसे बड़े नेता...

चंडीगढ़,(बंसल): राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के विरोध में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने क्षेत्रीय दलों के आह्वान किया कि वह केंद्र की मनमानी के खिलाफ एकजुट हो जाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र जब देश के मुख्य विपक्षी दल के सबसे बड़े नेता के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है तो फिर क्षेत्रीय दलों के नेताओं का क्या होगा? वह मंगलवार को हरियाणा कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। 

 

 


उन्होंने कहा कि अभी समय है कि क्षेत्रीय पाॢटयां एक छत के नीचे आएं और केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ें। बिना विपक्ष के लोकतंत्र की कोई महत्ता नहीं है और मौजूदा केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने पर तुली हुई है। लोकतंत्र की रक्षा के बने संवैधानिक संगठनों को भी कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष अपना विरोध किसी भी स्तर पर सुनना नहीं चाहता और अगर कोई विरोध करता है तो ई.डी. या अन्य एजैंसियों का सहारा लेकर उसे दबा दिया जाता है। 

 

 


राहुल गांधी केंद्र से डरे नहीं, संसद में अडानी पर सवाल पूछे
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी केंद्र से डरे नहीं और उन्होंने संसद में अडानी पर सरकार की मेहरबानी को लेकर सवाल पूछे, जिसके डर से केंद्र ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी। कोर्ट के फैसले के 24 घंटे बाद सदस्यता रद्द कर दी और अब मकान खाली करवाया जा रहा है। सुक्खू ने कहा कि कर्नाटक में राहुल गांधी ने भाषण दिया, लेकिन सरकार की खराब मंशा के कारण गुजरात में केस दर्ज किया गया। कांग्रेस इस फैसले के खिलाफ ऊपरी न्यायालय में जाएगी। उन्होंने कहा कि बात किसके लिए कही और कोर्ट में केस किसी और ने डाला, क्या यह बात ठीक है? केंद्र सरकार 8 वर्ष से राहुल गांधी को किसी न किसी मामले में फंसाने का प्रयास कर रही थी लेकिन जब राहुल ने अपनी स्पष्टता जारी रखी तो मौका पाकर उनकी सदस्यता रद्द कर दी। 
 

 

 

राहुल गांधी को पद की कोई लालसा नहीं 
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि उन्होंने कहा कि ऐसी क्या बात थी कि राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले, क्योंकि वह जानते थे कि देश की जनता वर्तमान सरकार के खिलाफ आक्रोशित है, लेकिन डर के कारण कुछ कह नहीं पा रही है। राहुल गांधी ने लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए अपनी यात्रा शुरू की। सुक्खू ने कहा कि राहुल गांधी कह चुके हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री पद की लालसा नहीं है। राहुल के लिए किसी ने सही कहा है कि उनकी दादी प्रधानमंत्री थी, उनके दादा प्रधानमंत्री थे, उनके पिता प्रधानमंत्री थे। उनकी मां ने प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस चेहरों की राजनीति नहीं करती बल्कि विचारधारा की राजनीति करती है। राहुल गांधी ने कांग्रेस संगठन को लेकर भी कई कड़े फैसले लिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी इस लड़ाई हर स्तर पर लड़ेगी लेकिन जनता को भी यह देखना होगा। राहुल गांधी द्वारा माफी नहीं मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र की मनमानी के खिलाफ वह लड़ाई से पीछे नहीं हटना चाहते। 

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