Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 09:00 AM
सावन महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की पूजन से व्यक्ति को सारी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। सावन में भगवान शिव के साथ शनिदेव की भी
सावन महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की पूजन से व्यक्ति को सारी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। सावन में भगवान शिव के साथ शनिदेव की भी पूजा की जाए तो कुंडली से शनिदोष दूर हो जाते हैं। कुंडली में शनिदोष होने पर व्यक्ति को धन के साथ-साथ घर-परिवार से जुड़ी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। यदि सावन के शनिवार कुछ सरल उपाय किए जाएं तो शनि दोष अौर कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। इसके साथ ही भक्त पर भोलनाथ की भी कृपा बनी रहती है।
शनिवार के दिन तांबे के लोटे में जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें। जल में कुछ काले तिल भी डाल लें। इस उपाय से शनिदेव के साथ भगवान शिव की कृपा भक्त पर सदैव बनी रहती है अौर धन संबंधी समस्या भी दूर होती है।
शनिवार के दिन काली चीजों जैसे काले तिल, काला वस्त्र, काला कंबल आदि का दान करना शुभ माना जाता है। इसके अतिरिक्त उदड़ की दाल व लोहे के बर्तन दान करना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से शनिदोषों से मुक्ति मिलेगी अौर शुभ फल मिलने लगते हैं।
शनिवार के दिन सुबह शीघ्र उठकर स्नानादि कार्यों से निवृत्त होकर कटोरी में तेल लें। उसके बाद उसमें अपना चेहरा देखकर इस तेल को किसी जरुरतमंद को दे दें। इससे शनिदेव प्रसन्न होकर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं।
साढ़ेसाती अौर ढैय्या होने पर व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनिवार को शनि मंदिर में जाकर नीले फूल अर्पित करके पूजा करें। उसके बाद रुद्राक्ष की माला में 108 बार शनि मंत्र का जाप करें। इससे साढ़ेसाती अौर ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।