Edited By Jyoti,Updated: 25 Mar, 2022 12:49 PM
जैसे ही युवा-युवती 24-25 साल की उम्र में कदम रखते हैं, वो अपने होने वाले जीवनसाथी के सपने देखने लगते हैं। कुछ लोगों का तो ये सपना बहुत जल्दी पूरा भी हो जाता है परंतु कुछ लोग सपने ही देखते रह जाते हैं।
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जैसे ही युवा-युवती 24-25 साल की उम्र में कदम रखते हैं, वो अपने होने वाले जीवनसाथी के सपने देखने लगते हैं। कुछ लोगों का तो ये सपना बहुत जल्दी पूरा भी हो जाता है परंतु कुछ लोग सपने ही देखते रह जाते हैं। कहने का अर्थ है विवाह करने का उनका सपना पूरा होने में विघ्न व समस्याएं आने लगती हैं। जिस के चलते व्यक्ति मानिसक तौर पर भी परेशान रहने लगते हैं। मगर ऐसा क्यों होता है इसका कारण लोग नहीं जान पाते। दरअसल ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कई बार कुंडली में किसी प्रकार की कोई कमी या दोष होता है। जिस कारण जातक की शादी होने में बाधाएं उत्पन्न होती हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में इसी से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। जी हां, हम आपको बताने जा रहे हैं ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ खास उपाय। बता दें ये उपाय कोई भी साधारण व्यक्ति सरलता से कर सकता है।
यहां जानें विवाह में आ रही बाधाओं को कैसे करें दूर-
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि गुरु ग्रह यानि बृहस्पित ग्रह आकाश मंडल के समस्त ग्रहों के गुरु हैं। यही कारण है कि सप्ताह के चौथे दिन यानि गुरुवार को बृहस्पति ग्रह की विशेष पूजा अर्चना की जाती है, जिससे जीवन में शुभता आती है। इसके अलावा कहा जाता है कि जिस व्यक्ति की शादी-विवाह में अड़चनें आ रही हो उन्हें गुरु ग्रह को पीले रंग की वस्तुएं जैसे पीले फूल, फल, कपड़ा, चंदन आदि अर्पित करना चाहिए।
गुरु के दिन नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी पाऊडर मिलाएं और फिर इससे स्नान करें। इसके अलावा संभाव हो तो खाने में केसर और पीली चीज़ों का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
कुछ लोगों की शादी में हो रही देरी का कारण उनकी कुंडली का मांगलिक दोष होता है, ऐसे में उस व्यक्ति को प्रत्येक मंगलवार को पवनपुत्र हनुमान जी को लाल सिंदूर, गुड़ व आटे के लड्डूओं का भोग लगाना चाहिए। कहा जाता इससे शादी होने के योग बनते हैं।
जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह से जुड़े किसी दोष की वजह से शादी में विलंब हो रहा हो उन्हें नियमित रूप से ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए 'ॐ सूर्याय: नमः' मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
इसके अतिरिक्त शनिवार को काले वस्त्र में काले तिल, साबुत उड़द की दाल, साबुन तथा लोहे का टुकड़े को बांधकर दान करने से भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं। इसके बाद फिर प्रत्येक गुरुवार को आटे के दो पेड़े बनाकर उन पर थोड़ी हल्दी लगाकर गाय माता को खिलाना से तथा इन्हें गुड़ और चने की पीली दाल का भोग लगाने से भी शादी में आ रही समस्याएं दूर होती हैं।
(नोट- उपरोक्त उपायों को करने से पहले किसी ज्योतिष विशेषज्ञन की सलाह जरूर लें। पंजाब केसरी इस तरह की किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता। तमाम जानकारी केवल धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। )