Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Apr, 2021 06:51 AM
आज वैशाख मास की विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि है। जो शिव योग अथवा सिद्ध योग के खूबसूरत समन्वय में बन रही है। इस दिन किए गए पूजा-पाठ, उपाय, दान, जाप इन सबका विशेष लाभ मिलेगा। विकट से विकट संकट से प्रथम
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Vikata Sankashti Chaturthi april 2021- आज वैशाख मास की विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि है। जो शिव योग अथवा सिद्ध योग के खूबसूरत समन्वय में बन रही है। इस दिन किए गए पूजा-पाठ, उपाय, दान, जाप इन सबका विशेष लाभ मिलेगा। विकट से विकट संकट से प्रथम पूज्य गणेश आपको निकालेंगे। इस समय देश बेहद ही कठिन समय से गुजर रहा है। इस संकट में केवल प्रथम पूज्य गणेश जी की शरण ही हमे और हमारे परिवार को इस आपदा से बचा सकती है। वैसे तो हर व्यक्ति को अपने कर्मो का फल इसी मृत्यु लोक में मिलता है परन्तु हमारे किए गए सत्कर्म ही हमारे कष्टों की अवधि और गंभीरता तय करते हैं। कई बार जाने-अनजाने हमसे कुछ ऐसे कार्य हो जाते हैं, जो हमें मृत्यु के समान दुख देते हैं। आइए बताते हैं कि आज किए गए कुछ उपायों से विघ्नहर्ता गणेश जी कैसे जनमानस के दुखों को हरेंगे और प्रकृति का यह प्रकोप थम जाएगा। ऐसे करें गणपति भक्ति मिलेगी हर संकट से मुक्ति-
सर्वप्रथम प्रात: काल में गणेश जी का ध्यान करते हुए उनकी यथासंभव वस्तुओं से अर्चना करें। इसके पश्चात एक मिट्टी की ढकनी में उपलें जला कर, पूर्व मुख होकर उसमें कपूर, पीली सरसों, लुभान, गूगल, लोग, मखाने की आहुति देते हुए 108 बार इस मंत्र का जाप करें। ॐ गं गणपत्ये नम:।
इस आहूति के पश्चात अपने घर के सभी सदस्यों के नाम का एक एक ग्रास भोजन अथवा मिठाई का टुकड़ा निकाल कर अग्नि देव को अर्पित करें और बाकी बची रोटी को पक्षिओं को डाल दें। आहूति के पश्चात जो धुआं होता है उसे घर के प्रत्येक कोने में घुमाएं। ऐसा करने से घर में फैली नेगेटिविटी भी दूर होगी।
अपने घर के नैऋत्य कोण में सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करके रखें। ऐसा करने से घर में राहु का प्रभाव कम होगा।
अपने घर के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश का चित्र या स्वस्तिक सिद्ध मुहूर्त पर लगाएं। बाहरी आपदा से प्रभु आपकी रक्षा करेंगे।
दूर्वा घास को लाल सूत्र में बांध कर प्रभु के श्री चरणों में समर्पित करें। अपनी और परिवारजनों की रक्षा की प्रार्थना करें। इसके बाद इसी घास को प्रभु का रक्षा कवच समझ कर घर की एंट्रेंस पर बांध दें।
नीलम
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