Edited By ,Updated: 26 Nov, 2016 11:24 AM
करनाल के तरावड़ी जिले में शनिदेव भगवान का मंदिर स्थित है। यहां पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की अक्सर भीड़ लगी रहती है। जिसका मुख्य कारण है कि जिले करनाल में
करनाल के तरावड़ी जिले में शनिदेव भगवान का मंदिर स्थित है। यहां पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की अक्सर भीड़ लगी रहती है। जिसका मुख्य कारण है कि जिले करनाल में सभी देवी-देवताओं के मंदिर तो हैं लेकिन शनिदेव भगवान का इस ब्लॉक में अकेला यहीं मंदिर है। यही कारण है कि यहां हर शनिवार को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
कहा जाता है कि शनिदेव भगवान का दान इतना कठोर होता है कि इस दान को केवल वही व्यक्ति पचा सकता है जो इसमें पूरी आस्था रखता हो। जिस स्थान पर यह मंदिर बना है। वहां अधिकतर गौड़ ब्राह्मणों के परिवार ही रहते हैं। इन गौड़ ब्राह्मणों ने ही लोगों के सहयोग से एकत्रित की गई राशि से इस मंदिर का निर्माण करवाया है और यही कारण है कि जिला करनाल से दूर-दराज के लोग यहां आकर पूजा-अर्चना करते हैं और शनिवार के दिन यहां पर श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगती हैं।
शनिदेव भगवान का धार्मिक इतिहास बताता है कि जो सच्चे मन से हर शनिवार को मंदिर में आकर पूजा-अर्चना करता है तो भगवान उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। कहा जाता है कि जब फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन को चोट लगी थी तो उनके एक चहेते डॉ. कौशल ने इस मंदिर में बैठकर शनिदेव भगवान का जाप किया था और वह तब तक मंदिर में बैठकर शनिदेव के मंत्र लिखते रहे जब तक अमिताभ बच्चन स्वस्थ नहीं हो गए। स्वस्थ होने के बाद डॉ. कौशल अमिताभ बच्चन के निवास स्थान मुम्बई पहुंचे और उनके द्वारा लिखे गए मंत्र उन्हें सौंपे।