Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Jul, 2022 09:18 AM
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथ यात्रा शुक्रवार को देश के कई शहरों में निकाली गई। लोगों ने उत्साह एवं श्रद्धा के साथ भगवान जगन्नाथ के दर्शन
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नई दिल्ली: भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथ यात्रा शुक्रवार को देश के कई शहरों में निकाली गई। लोगों ने उत्साह एवं श्रद्धा के साथ भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए। ओडिशा के पुरी के प्रतीकात्मक राजा गजपति महाराजा दिब्यसिंह देब ने ‘रथयात्रा’ से पहले भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन के रथों की साफ-सफाई की ‘पहरा’ रस्म अदा की। यह इस बात का प्रतीक है कि ईश्वर के सामने सभी बराबर हैं।
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यह रस्म नौ दिवसीय उत्सव ‘रथयात्रा’ के समय श्रद्धालुओं द्वारा रथों को खींचे जाने से पहले की गई। परंपरा के अनुसार राजा को चांदी की एक पालकी में श्री जगन्नाथ मंदिर ले जाया गया। वहां उन्होंने रथों पर आसीन किए गए देवी-देवताओं की पूजा की और फिर सोने की झाड़ू से रथों की साफ-सफाई की। ओडिशा के राज्यपाल गणेशीलाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (ऊपर), केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ. मुरलीधर ने भगवान जगन्नाथ के रथ ‘नंदीघोष’ को खींचा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नंदीघोष रथ को झुककर प्रणाम करने का वीडियो साझा किया।