Edited By Lata,Updated: 27 Feb, 2020 03:44 PM
वास्तु शास्त्र में घर के हर कोने को सजाने के लिए कई तरह के उपायों के बारे में विस्तार से बताया है।
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वास्तु शास्त्र में घर के हर कोने को सजाने के लिए कई तरह के उपायों के बारे में विस्तार से बताया है। ठीक वैसे ही ऑफिस, दुकान या अपने खुद के होटल को सजाने के लिए भी हर तरह के उपायों के बारे में बताया है, जिसकी मदद से इंसान उसे बनवा सकता है। होटल में हर स्थान को महत्व दिया जाता है और उसे बखूबी बनवाया जाता है। लेकिन वहीं अगर हम होटल में भगवान को स्थान न दें तो बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। जी हां, होटलमें मंदिर के लिए बहुत ही स्पेशल जगह होनी चाहिए और साथ ही उसे वास्तु के हिसाब से ही बनवाना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल हो, घर या फिर कोई ऑफिस, सभी जगह पूजा घर के लिए ईशान कोण का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है। ईशान कोण को देवताओं का स्थान माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिशा में मंदिर बनवाने से आस-पास का वातावरण सकरात्मक रहता है।
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वास्तु के हिसाब से भगवान के लिए उत्तर-पूर्व की दिशा भी श्रेष्ठ मानी गई है। इस दिशा में पूजाघर बनवाने से आय में वृद्धि होती है।
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पूजा करते वक्त मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर करना चाहिए। वास्तु में कहा गया है कि धन प्राप्ति के लिए उत्तर दिशा एवं ज्ञान प्राप्ति के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करके की गई पूजा लाभ देती है।
पूजा स्थल में सुबह-शाम नियमित रूप से दीपक जलाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सकरात्मक ऊर्जा का विस्तार होता है।