Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Feb, 2023 09:56 AM
विश्व पटल पर हिंदी के लिए मिलकर काम करेंगे। इससे बोलबाला बढ़ेगा और हिंदी की बुलंदी विश्वभर में छा जाएगी।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नाडी (नवोदय टाइम्स): विश्व पटल पर हिंदी के लिए मिलकर काम करेंगे। इससे बोलबाला बढ़ेगा और हिंदी की बुलंदी विश्वभर में छा जाएगी। इसी संकल्प के साथ बुधवार को फिजी के शहर नाडी में 50 देशों से पहुंचे प्रतिनिधियों के बीच 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। 3 दिवसीय सम्मेलन की शुरूआत भारत के विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर और फिजी के राष्ट्रपति विलियम काटोनिवेरे ने की।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
इस अवसर पर विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का डाक टिकट जारी किया गया। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सिनेमा, सूचना तकनीक, भाषा की प्रगति आदि विषयों पर चर्चाएं होना लाभदायक होगा। वैश्वीकरण तेजी से हो रहा है और हमें तैयार होना होगा।
भाषा केवल पहचान के साथ आपस में जोड़ने का भी माध्यम है। पहले पश्चिमीकरण को ही प्रगति कहा जाता था पर अब सभी संस्कृतियों का समावेश करके विकास की बात की जाती है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योगदान बढ़ाने के लिए भाषा-संस्कृति की बड़ी भूमिका होती है। कार्यक्रम में फिजी के राष्ट्रपति रातू विलिमे मैवालीली कातोनिवेरे ने कहा कि यह आयोजन भारत व फिजी के रिश्तों का उत्सव है। फिजी के नागरिक भारत की फिल्में देखना खूब पसंद करते हैं।