Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Jul, 2023 09:47 AM
आए दिन दुनिया भर में एलियन्स और उड़नतश्तरियों को देखने के दावे किए जाते हैं। कई लोगों ने तो एलियन्स यानी दूसरे ग्रह के जीवों से मिलने का भी दावा किया है। माना जाता है कि इनका संबंध उन संसारों से है जो
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World UFO Day: आए दिन दुनिया भर में एलियन्स और उड़नतश्तरियों को देखने के दावे किए जाते हैं। कई लोगों ने तो एलियन्स यानी दूसरे ग्रह के जीवों से मिलने का भी दावा किया है। माना जाता है कि इनका संबंध उन संसारों से है जो ब्रह्मांड के दूसरे हिस्सों में पनपे जीवन से आते हैं। एलियन्स और ‘अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट’ (यू.एफ.ओ.) अथवा उड़नतश्तरी का अस्तित्व है, इस सवाल को सुलझाने के लिए वैज्ञानिक सालों से शोध कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। इस बात के बहुत ही कम निर्णायक प्रमाण हैं जो इस दावे को मजबूत कर सकें कि ब्रह्मांड के दूसरे हिस्से में ‘बुद्धिमान’ एलियन हैं।
इनकी पुष्टि कभी आधिकारिक तौर पर नहीं हुई है। कई बार अमरीका और दुनिया के अन्य देशों में भी इस तरह की अजीब वस्तुओं को देखने की घटनाओं को भ्रम, वहम आदि करार दिया गया और अगर उसकी पड़तालें की गईं तो उनमें से भी कई पर भ्रम की स्थिति बनी लेकिन इस तरह के किस्सों से फिल्में बनाने और उपन्यास लिखने वालों को एक मसाला जरूर मिला और एलियन्स तथा उड़नतश्तरी पर कई फिल्में बनीं जिन्होंने खूब कमाई भी की। इस सबके बीच 2 जुलाई को दुनिया में हर साल ‘वर्ल्ड यू.एफ.ओ. डे’ यानी ‘विश्व उड़नतश्तरी दिवस’ मनाया जाता है और इस बार भी मनाया जाएगा। वर्ल्ड यू.एफ.ओ. ऑर्गेनाइजेशन ने यह दिवस मनाने की शुरुआत की थी।
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कई लोगों का मानना है कि उड़नतश्तरी नहीं होती हैं और न ही इनके होने के कोई सबूत हैं। इस दिवस को मनाने के पीछे यही बड़ी वजह है कि उड़नतश्तरियों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए ताकि वे आसमान में दिखने वाली अनजान चीजों के बारे में जानकारी शेयर करें। पहले 24 जून को यू.एफ.ओ. डे मनाया जाता था, लेकिन बाद में इसकी आधिकारिक तारीख 2 जुलाई कर दी गई।
बताया जाता है कि 24 जून, 1947 को अमेरिका के वाशिंगटन में माउंट रेनियर के पास 9 हाई स्पीड ऑब्जेक्ट उड़ते दिखे थे। यह पहली बार था जब ऐसी कोई चीज देखी गई थी। हालांकि, कहा जाता है कि इससे पहले भी आसमान में उड़ते हुए अजीबोगरीब ऑब्जेक्ट देखे गए थे। जर्मनी के न्यूरेमबर्ग से चित्रों और लकड़ी की कटिंग मिली है। इनसे प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल, 1561 में वहां के लोगों ने आसमान में ग्लोब्स, क्रॉस और प्लेट जैसी वस्तुओं को देखा था। इसके अलावा टेक्सास में 1897 में आसमान में सिगार के आकार की बड़ी वस्तु नजर आई थी। बताया जाता है कि उसकी टक्कर एक पवन चक्की से हुई थी। बाद में टेक्सास हिस्टोरिकल कमीशन को जानकारी मिली कि वहां एक प्लेन क्रैश हुआ था और मलबे में एक शव मिला था। लोगों का मानना था कि वह एलियन की लाश थी। बताया जाता है कि शव को किसी अनजान जगह पर दफनाया गया था।
आंकड़ों की कमी
उड़नतश्तरियों के साथ सबसे बड़ी समस्या है आंकड़ों की भारी कमी। कई वैज्ञानिक मानते हैं कि इस क्षेत्र में आंकड़े नहीं हैं। इसके साथ ही इस मामले में जानकारी के स्रोत का कोई अता-पता नहीं है। अभी तक हुई घटनाओं से भी स्पष्ट और पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है क्योंकि घटना कहां और कब होती है, इसे पहले से बताया नहीं जा सकता है। इसमें कोई शक नहीं कि पृथ्वी पर जीवन की अनुकूलता बहुत विरल किस्म की अवस्था है जो करोड़ों-अरबों सालों की प्रक्रियाओं से विकसित हुई है लेकिन ज्ञात ब्रह्मांड की विशालता को देखते हुए यह दावा नहीं किया जा सकता है। पृथ्वी के बाहर जीवन होने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि यह भी सच है कि हम अभी अपने सौरमंडल को ही अच्छे से नहीं जान सके हैं।
800 से अधिक मामलों की हुई जांच, नासा पैनल ने बुलाई बैठक
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) इन दिनों उड़नतश्तरियों को लेकर रिसर्च में जुटी है। रिसर्च को शुरू करने के 1 साल बाद हाल ही में नासा ने पहली बार बैठक की। नासा की विज्ञान इकाई के एक वरिष्ठ शोध अधिकारी डैन इवांस ने कहा कि टीम के पास आगे कई महीने का काम है। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने अपना काम शुरू किया है तब से उन्होंने 800 से अधिक मामलों की जांच की है। वे ये पता लगाने की कोशिश में लगे हैं कि क्या पृथ्वी के बाहर भी जीवन मौजूद है। उनके पास हर महीने 50 से 100 नई रिपोर्ट आती हैं।