Edited By Sonia Goswami,Updated: 29 Jan, 2019 05:28 PM
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने छात्रों से नए एवं प्रगतिशील मूल्यों को आत्मसात करते हुए देश को ‘राम राज्य’ की ओर ले जाने की अपील की। श्री नायडू ने खाड़ी देशों से आए प्रवासी छात्रों से उप राष्ट्रपति भवन में संवाद के दौरान कहा, ‘‘भविष्य उन्हीं का है...
नई दिल्लीः उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने छात्रों से नए एवं प्रगतिशील मूल्यों को आत्मसात करते हुए देश को ‘राम राज्य’ की ओर ले जाने की अपील की। श्री नायडू ने खाड़ी देशों से आए प्रवासी छात्रों से उप राष्ट्रपति भवन में संवाद के दौरान कहा, ‘‘भविष्य उन्हीं का है जो सपने देखने की हिम्मत रखते हैं और बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए साहस, सोच के लचीलेपन और क्षमता से भरपूर होते हैं। हम सबको समावेशी तथा समृद्ध नए भारत के निर्माण के लिए प्रयास करते हुये देश को ‘राम राज्य’ की तरफ ले जाना चाहिए । नए तथा प्रगतिशील मूल्यों को अपनाएं और बेहतर भविष्य का निर्माण करें।’’
संवाद के लिए चुने गए सभी छात्र ‘प्राउड टू बी एन इंडियन 2019’ प्रतिस्पद्र्धा के विजेता थे। उप राष्ट्रपति ने उनसे कहा ‘‘आप जिस भी देश में रहते हैं वहां के नियम-कानूनों का पालन करें और साथ ही साथ अपनी मातृभूमि के पारंपरिक मूल्यों पर गर्व करें। आपको हमारे ब्रांड एम्बेसडर की तरह व्यवहार करना चाहिए और सुदूर देशों में हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को स्थापित करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि हम वसुधैव कुटुम्बकम् (पूरा विश्व एक बड़ा परिवार है) में यकीन रखते हैं।
उन्होंने पारंपरिक मूल्यों के साथ लैंगिक समानता, समावेश और खुलेपन को भी बढ़ावा देने की वकालत की। श्री नायडू ने कहा कि भारत एक समय विश्व गुरू था और दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद में उसका योगदान 27 प्रतिशत था। इसके बावजूद उसने कभी किसी अन्य देश पर हमला नहीं किया और हमेशा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास रखा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि शांति के संवद्र्धन, जलवायु परिवर्तन से निपटने, सौर ऊर्जा के इस्तेमाल और प्रकृति के संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता छात्रों की शिक्षा और उन्हें उत्तरदायी वैश्विक नागरिक बनाने में रेखांकित होगी।