Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Sep, 2021 12:26 PM
नीति आयोग के तहत अटल नवाचार मिशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ मिलकर देश भर के स्कूली छात्रों के लिए ‘अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) स्पेस चैलेंज 2021'' प्रतियोगिता की शुरूआत की।
एजुकेशन डेस्क: नीति आयोग के तहत अटल नवाचार मिशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ मिलकर देश भर के स्कूली छात्रों के लिए ‘अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) स्पेस चैलेंज 2021' प्रतियोगिता की शुरूआत की।
इस प्रतियोगिता की शुरूआत करते हुए अटल नवाचार मिशन (एआईएम) के निदेशक डा. चिंतन वैष्णव ने कहा कि एटीएल स्पेस चैलेंज का मकसद युवा छात्रों में अंतरिक्ष क्षेत्र के प्रति जागृति पैदा करने के लिए नवाचार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल छात्रों को अंतरिक्ष के बारे में जानकारी मिलेगी बल्कि वे कुछ ऐसा सृजित कर सकेंगे जिसका उपयोग अंतरिक्षत कार्यक्रम में हो सकेगा।
वैष्णव ने कहा कि इसका उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि छठवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को डिजिटल युग और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से जुड़ी समस्याओं का समाधन निकालने और नवाचार करने का खुला मंच प्राप्त हो सके। नीति आयोग के बयान के अनुसार, एटीएल स्पेस चैलेंज 2021 स्कूली छात्रों के लिये ऐसी प्रतियोगिता है जिसे भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के अवसर पर मनाये जा रहे ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव'' से जोड़कर आयोजित किया जा रहा है।