Edited By pooja,Updated: 11 Oct, 2018 12:09 PM
सीबीएसई ने 9वीं और 11वीं में नामांकन करने वाले छात्रों को स्कूल संचालकों और संगठनों के कड़े विरोध के बाद राहत दे दी है। सीबीएसई ने निजी स्कूल कमेटी की मांगों को मान लिया है।
नई दिल्ली : सीबीएसई ने 9वीं और 11वीं में नामांकन करने वाले छात्रों को स्कूल संचालकों और संगठनों के कड़े विरोध के बाद राहत दे दी है। सीबीएसई ने निजी स्कूल कमेटी की मांगों को मान लिया है।
अब किसी भी स्कूल के लिए सिर्फ 45 पंजीकरण की सीमा हटा ली गई है। इसको लेकर सीबीएसई ने एक सकुर्लर भी जारी किया है, जिससे सभी स्कूलों की शंकाओं का समाधान हो जाएगा। सीबीएसई ने अपने सर्कुलर में नामांकन भरने वाले सॉफ्टवेयर में छात्रों की संख्या और स्कूल में छात्र-शिक्षक अनुपात को भी मांगा गया है। ज्ञात हो इससे पहले सीबीएसई से एक स्कूल के लिए 40 छात्रों के पंजीकरण की सीमा तय की थी, जिसका स्कूल संचालकों और स्कूल संगठनों ने विरोध किया था। बाद में सीबीएसई ने यह सीमा 40 से बढ़ाकर 45 कर दी थी। इसके बाद कई स्कूलों जिनमें 45 से अधिक छात्र 9वीं 11वीं में नामांकित थे।
उन्होंने एचआरडी को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया था। दिल्ली के लगभग 1100 निजी और सरकारी स्कूलों में 9वीं और 11वीं में पंजीकृत छात्रों की संख्या 100 से 160 के बीच थी। कई स्कूल संचालकों ने इसे लेकर कोर्ट का रुख करने की योजना भी बनाई थी। क्षा के ऐडमिट कार्ड आने की डेट अभी अनाउंस नहीं की गई है पर उम्मीद है कि नवंबर के महीने में ऐडमिट कार्ड भी आ जाएंगे।