Edited By Riya bawa,Updated: 08 Jul, 2020 05:25 PM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से कुछ महत्वपूर्ण अध्यायों को अपने पाठ्यक्रम से हटा दिया है। सीबीएसई के इस कदम से आने वाले दिनों में राजनीतिक गतिविधियों...
नई दिल्ली- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से कुछ महत्वपूर्ण अध्यायों को अपने पाठ्यक्रम से हटा दिया है। सीबीएसई के इस कदम से आने वाले दिनों में राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ सकती है। पाठ्यक्रम में कटौती के बाद अब धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद जैसे कई अध्यायों को मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है।
मंत्रालय के आदेश के बाद, सीबीएसई ने घोषणा की कि महामारी के कारण यह कदम उठाया गया था। बोर्ड ने कक्षा 9-12 में पढ़ाए जाने वाले राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र को संशोधित किया है।
पाठ्यक्रम में कटौती के बाद अब धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद जैसे कई अध्यायों को मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है। सीबीएसई ने इन सभी अध्यायों को मौजूदा एक वर्ष के लिए सिलेबस से हटा दिया है।
फिलहाल सिलेबस में कटौती का फायदा सिर्फ कक्षा 9 से 12 तक के स्कूली छात्रों को ही मिलेगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "कोरोना के कारण उत्पन्न हुए मौजूदा हालात को देखते हुए सीबीएसई के सिलेबस में कक्षा 9 से 12 तक 30 प्रतिशत कटौती करने का निर्णय लिया गया है। सीबीएसई के सिलेबस में यह कटौती के केवल इसी वर्ष 2020-21 के लिए मान्य होगी।"