Edited By pooja,Updated: 20 Feb, 2019 09:52 AM
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य शासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य शासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
बघेल ने आज यहां अपने निवास पर माघ पूर्णिमा के अवसर पर छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्या मंडल द्वारा आयोजित संस्कृत विद्वानों और मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वेद, पुराण और गीता आदि देवभाषा संस्कृत में लिखे गए हैं। हमें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए।छत्तीसगढ़ में संस्कृत के विद्वान और विद्यार्थी इस भाषा के विकास और इसे पुष्पित-पल्लवित करने का काम कर रहे हैं।उन्होंने गहिरा गुरू आश्रम के संबंध में कहा कि यहां मिलने वाले संस्कार अतुलनीय और अनुकरणीय है।
उन्होने इस अवसर पर अखिल भारतीय स्तर पर संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए कार्यरत संस्था ’संस्कृत भारती’ को राष्ट्रीय स्तर के महर्षि वेदव्यास सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री और छत्तीसगढ़ विद्यामंडल के अध्यक्ष डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम, विधायक चिन्तामणि महाराज और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एल.वर्मा भी मौजूद थे।